मुंबई, 28 जून, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। उदयपुर में दर्जी कन्हैयालाल साहू की तालिबानी तरीके से हत्या के तीन साल पूरे होने पर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने न्याय न मिलने पर गंभीर सवाल उठाए हैं। गहलोत ने इस मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार, एनआईए और बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि इस स्पष्ट केस में भी आज तक इंसाफ नहीं मिला है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए लिखा कि घटना के तीन साल बाद भी कन्हैयालाल और उनके परिवार को न्याय नहीं मिल सका है।
गहलोत ने कहा कि भाजपा ने इस मामले का राजनीतिक लाभ तो उठाया, लेकिन पीड़ित परिवार के लिए कोई ठोस प्रयास नहीं किए। उन्होंने याद दिलाया कि यह एक ऐसा केस है जिसमें अपराध और आरोपियों की कबूलनामा समेत पूरी घटना वीडियो पर दर्ज है, इसके बावजूद तीन साल में सिर्फ छह गवाहों की ही गवाही हो सकी है। उन्होंने कहा कि जब राजस्थान में कांग्रेस की सरकार थी, तब इस मामले में त्वरित कार्रवाई की गई थी और महज चार घंटे में आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए थे। उसी रात एनआईए ने केस अपने हाथ में ले लिया, और तब से अब तक फैसला लंबित है। गहलोत ने तंज करते हुए लिखा कि भाजपा ने 5 लाख और 50 लाख के मुआवजे का झूठा प्रचार किया और जनता को भ्रमित करके वोट बटोरे।
गहलोत ने पूछा कि अगर यह इतना गंभीर और संवेदनशील मामला था, तो केंद्र सरकार या एनआईए ने अब तक इस पर कोई फास्ट ट्रैक कोर्ट क्यों नहीं बनाई। उन्होंने बताया कि फिलहाल यह केस सीबीआई कोर्ट के अतिरिक्त प्रभार में चल रहा है, जिससे न्याय प्रक्रिया और धीमी हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि अगर यह मामला एनआईए को न देकर राजस्थान पुलिस के पास ही रहता, तो दोषियों को बहुत पहले ही सजा सुनाई जा चुकी होती। उन्होंने एक फिल्म के निर्माण की ओर इशारा करते हुए कहा कि इस फिल्म से राजनीतिक लाभ किसे होगा यह सबको पता है, लेकिन वास्तविक न्याय अभी तक नहीं दिख रहा है।