मुंबई, 02 जून, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। जयपुर के बनीपार्क इलाके में एक नौकर ने अपने मालिक के घर से धीरे-धीरे लाखों रुपए चुराकर बिहार अपने गांव भेजे, जहां उसके पिता और एक सहयोगी ने चोरी के इन रुपयों से दो अलग-अलग जगहों पर करीब 60 लाख रुपए की जमीन खरीद ली। चोरी का खुलासा होने के बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी नौकर समेत उसके पिता और एक सहयोगी को झारखंड और बिहार से गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस उपायुक्त पश्चिम अमित कुमार ने बताया कि एक्सपोर्ट व्यवसायी मनीष चंदवानी ने 19 मई को बनीपार्क थाने में अपने घर से लाखों रुपए चोरी होने की शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने चोरी का शक अपने नौकर स्वागतम कुमार पर जताया था। जांच के बाद पुलिस ने आरोपी स्वागतम कुमार, उसके पिता सतेन्द्र दास और सहयोगी सुनील तुरी को झारखंड और बिहार के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों से डिटेन कर जयपुर लाया और 2 जून को तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में सामने आया कि स्वागतम पिछले पांच साल से मनीष चंदवानी के यहां काम कर रहा था और उसे घर में रखे पैसों की जानकारी रहती थी। उसने अलग-अलग मौकों पर बैग से रुपए निकालकर गांव भेजे। उसके साथी सुनील तुरी ने इन रुपयों को गांव तक पहुंचाने में मदद की, जिसके बदले में उसे दो लाख रुपए दिए गए थे। सुनील तुरी चोरी के रुपए स्वागतम के पिता सतेन्द्र दास को सौंपता था।
स्वागतम ने बताया कि उसने अपने पिता को रुपयों की चोरी के बारे में बताया और जमीन खरीदकर उन्हें ठिकाने लगाने की योजना बनाई। इसके बाद सतेन्द्र दास ने गांव खजूरी में करीब 25 लाख की कीमत वाली 10 कठ्ठा जमीन खरीदी, जबकि सुनील तुरी ने अपनी पत्नी के नाम पर गया जिले के पास मुख्य सड़क पर 2 कठ्ठा जमीन ली, जिसकी बाजार कीमत करीब 35 लाख रुपए है। पुलिस ने आरोपियों से चोरी के पैसों से खरीदी गई जमीन से संबंधित दस्तावेज और रिकॉर्ड जुटाना शुरू कर दिया है। बिहार के गया जिले के टिकारी और औरंगाबाद जिले के दाउद नगर अनुमंडल के संबंधित अधिकारियों को पत्र भेजकर भूमि की जानकारी मांगी गई है। पूरे मामले की जांच अब भी जारी है।