सनातन धर्म में महेश नवमी का पर्व एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक अवसर होता है, जिसे ज्येष्ठ माह की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन को भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा-अर्चना के लिए विशेष रूप से शुभ माना जाता है। इस वर्ष महेश नवमी का पर्व 4 जून 2025, बुधवार को मनाया जाएगा।
यह दिन न केवल धार्मिक दृष्टि से बल्कि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार भी अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है। शिवभक्त इस दिन उपवास रखते हैं, शिवलिंग पर जलाभिषेक करते हैं और रात्रि को शिव चालीसा या रुद्राभिषेक का आयोजन करते हैं। मान्यता है कि जो व्यक्ति इस दिन श्रद्धापूर्वक भगवान शिव की आराधना करता है, उसे शिव परिवार की विशेष कृपा और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा की प्राप्ति होती है।
चंद्र गोचर और ज्योतिषीय महत्व
इस बार महेश नवमी के दिन सुबह 7 बजकर 34 मिनट पर चंद्रमा कन्या राशि में गोचर करेंगे। चंद्रमा को ज्योतिष में मन, भावनाओं, माता, विचारों और मनोबल का प्रतीक माना गया है। वहीं कन्या राशि के स्वामी बुध ग्रह होते हैं, जो बुद्धि, वाणी, तर्क, त्वचा और व्यापार के प्रतिनिधि माने जाते हैं।
इस गोचर का प्रभाव कुछ राशियों के लिए बेहद सकारात्मक और लाभकारी सिद्ध हो सकता है। जानिए वे कौन सी तीन राशियाँ हैं, जिन पर महेश नवमी के दिन चंद्र की विशेष कृपा बनी हुई है।
वृषभ राशि – करियर और रिश्तों में उन्नति
महेश नवमी के दिन वृषभ राशि के जातकों को विशेष लाभ मिल सकता है। यह समय नौकरीपेशा लोगों के लिए बेहद अनुकूल रहेगा। आपकी लीडरशिप क्वालिटी में वृद्धि होगी और वर्कप्लेस पर सीनियर्स आपसे प्रभावित होंगे। नई जिम्मेदारियों को निभाने का अवसर प्राप्त हो सकता है।
बिजनेस करने वाले जातकों के लिए यह समय व्यवसाय विस्तार के लिए अनुकूल है। नई साझेदारी और प्रोजेक्ट्स के लिए पहल कर सकते हैं। शादीशुदा जीवन में भावनात्मक जुड़ाव बढ़ेगा। आप अपने इमोशंस को खुले दिल से व्यक्त करेंगे, जिससे रिश्तों में मिठास बढ़ेगी।
उपाय: शिवलिंग पर गन्ने का रस अर्पित करें। इससे आर्थिक समृद्धि और पारिवारिक शांति मिलेगी।
सिंह राशि – स्वास्थ्य लाभ और व्यापार में उन्नति
सिंह राशि के जातकों के लिए भी महेश नवमी का दिन शुभ संकेतों से भरा हुआ है। विशेषकर 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को स्वास्थ्य संबंधी राहत मिलेगी। पहले से चले आ रहे रोगों में सुधार दिखेगा।
युवा वर्ग करियर को लेकर अधिक फोकस्ड और ऊर्जावान महसूस करेगा। व्यापारी वर्ग को नए संपर्क और डील्स के कारण लाभ मिलने की संभावना है। विवाह योग्य जातकों के लिए यह समय प्रेम जीवन को आगे बढ़ाने के लिए अनुकूल है।
उपाय: भगवान शिव को दूध और गंगाजल अर्पित करें। इससे मानसिक संतुलन और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होगा।
कन्या राशि – गुड न्यूज और करियर में ग्रोथ
चंद्रमा का कन्या राशि में गोचर कन्या जातकों के लिए खुशखबरी लेकर आ सकता है। बिजनेस पार्टनर्स के साथ संवाद में स्पष्टता बनी रहेगी, जिससे किसी भी प्रकार की गलतफहमियों से बचा जा सकेगा। नए व्यापारिक योजनाओं पर काम शुरू होगा।
परिवार के साथ धार्मिक यात्रा का प्लान बन सकता है, जिससे मानसिक शांति और अध्यात्म की ओर झुकाव होगा। नौकरीपेशा लोगों को करियर में तरक्की के अवसर मिल सकते हैं। नई जगहों पर जाकर नेटवर्किंग का मौका मिलेगा। वरिष्ठ नागरिकों की सेहत में भी सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिलेगा।
उपाय: भगवान शिव को भभूत (विभूति) अर्पित करें। इससे मानसिक बल और आत्मविश्वास की वृद्धि होगी।
निष्कर्ष
महेश नवमी न केवल एक धार्मिक पर्व है बल्कि यह आध्यात्मिक ऊर्जा और ज्योतिषीय शक्ति से भरपूर दिन होता है। इस दिन की गई पूजा, उपवास, और ध्यान साधना व्यक्ति के जीवन में शांति, सफलता और समृद्धि का मार्ग प्रशस्त करती है। विशेष रूप से वृषभ, सिंह और कन्या राशि के जातकों को इस दिन विशेष लाभ के योग बन रहे हैं।
महेश नवमी 2025 पर भगवान शिव की कृपा सभी भक्तों पर बनी रहे। हर हर महादेव!