मुंबई, 24 जनवरी, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। पूर्व विधायक बलजीत यादव के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छापेमारी की है। पूर्व विधायक यादव की फर्म पर सरकारी स्कूलों में घटिया सामान की आपूर्ति का आरोप है। ईडी सूत्रों के मुताबिक यादव के जयपुर में 8 ठिकानों के साथ दौसा व अलवर स्थित एक-एक ठिकाने पर टीमें पहुंची हैं। रेड की कार्रवाई पीएमएलए कानून के तहत हो रही है। विधायक व उनसे जुड़े कुछ लोगों पर आरोप है कि इनकी कुछ कंपनियों ने सरकारी स्कूल के अंदर विधायक कोष से सामान की आपूर्ति में 3.72 करोड़ रुपए का घोटाला किया। विधायक कोष को दुरुपयोग कर नियमानुसार जो अनुमति लेनी थी, वह परमिशन नहीं ली गई। इसके साथ ही टेंडर देने वाली फर्मों ने फेक डॉक्यूमेंट का यूज किया।
आपको बता दें, साल-2022-23 में बहरोड़ क्षेत्र में बलजीत यादव व उसके सहयोगियों की कंपनियों ने विधायक कोष में क्रिकेट-बैडमिंटन किट की खरीद की थी। आरोप है कि विधायक फंड में हेरफेर कर 2.50 गुना अधिक में खरीद कर सरकार को नुकसान पहुंचाया गया। इसमें कुल 32 स्कूलों को सामान दिया गया था। प्रत्येक स्कूल के लिए 9 लाख का खेल सामान खरीद किया था। दावा किया गया कि क्रिकेट के बैट खरीदे गए उसकी कीमत भी 15,600 तक बताई गई थी। ज्यादातर स्कूलों को 50-50 बैट दिए गए। इस घोटाले में पहले एसीबी की ओर से मामला दर्ज किया गया था। इसमें बलजीत यादव और 8 अधिकारी- कर्मचारियों की मिलीभगत का आरोप था। आरोप है कि विधायक कोष का दुरुपयोग कर सरकार को राजस्व की हानि पहुंचाई गई। बलजीत यादव 2018 से 2023 में बहरोड़ से निर्दलीय विधायक रहे हैं। विधायक रहते हुए बलजीत यादव ने अशोक गहलोत सरकार को समर्थन दिया था, राज्यसभा चुनाव में भी यादव ने कांग्रेस के पक्ष में वोटिंग की थी।