मुंबई, 06 अक्टूबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में रविवार को हुई भीषण बारिश के बाद भूस्खलन ने तबाही मचा दी। लैंडस्लाइड में अब तक 28 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें 7 बच्चे शामिल हैं। कई लोग अब भी मलबे में दबे होने की आशंका है। हादसे में कई घर बह गए और इलाके में तबाही का मंजर देखने को मिला। दार्जिलिंग और सिक्किम का देश के बाकी हिस्सों से सड़क संपर्क टूट गया है, जिससे हजारों पर्यटक फंसे हुए हैं। दार्जिलिंग और कर्सियांग के बीच नेशनल हाइवे पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। मिरिक और दूधिया के पास लोहे का पुल टूट जाने से दार्जिलिंग से सिलीगुड़ी जाने का वैकल्पिक मार्ग भी बंद हो गया। अलीपुरदुआर में रेल ट्रैक पानी में डूबने से तीन ट्रेनें रद्द करनी पड़ीं। वहीं, दार्जिलिंग और कालिम्पोंग के कई चाय बागान पानी में डूब गए हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले 24 घंटों में करीब 16 इंच बारिश हुई, जो 1998 के बाद पहली बार इतनी ज्यादा दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि दार्जिलिंग, कलिम्पोंग, जलपाईगुड़ी और कूचबिहार में मंगलवार सुबह तक भारी बारिश जारी रह सकती है। ऐसे में नए भूस्खलन का खतरा बना हुआ है। उधर, जम्मू-कश्मीर में भी भारी बारिश की आशंका को देखते हुए स्कूल शिक्षा निदेशालय जम्मू ने सभी सरकारी और निजी स्कूलों को 6 और 7 अक्टूबर तक बंद रखने का आदेश जारी किया है। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने भी एहतियातन यात्रा को 5 से 7 अक्टूबर तक निलंबित करने की घोषणा की है। इसी बीच, हिमाचल प्रदेश के ऊपरी इलाकों में इस सीजन की पहली बर्फबारी दर्ज की गई है। लाहौल-स्पीति, मनाली, चंबा और धौलाधर की पहाड़ियों पर बर्फ की सफेद चादर बिछ गई है। इस बार बर्फबारी सामान्य समय से करीब 20 दिन पहले हुई है। बर्फबारी और बारिश से तापमान में लगभग 4 डिग्री की गिरावट आई है।
मौसम विभाग ने चंबा, कांगड़ा, कुल्लू और मंडी जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। रोहतांग दर्रे पर फिसलन बढ़ जाने के कारण मनाली प्रशासन ने वाहनों की आवाजाही अस्थायी रूप से रोक दी है। डीएसपी मनाली केडी शर्मा ने बताया कि सड़क पर बर्फ जमने से दुर्घटनाओं की आशंका के चलते एहतियातन ट्रैफिक बंद किया गया है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि आने वाले 24 घंटों में प्रदेश के कई इलाकों में 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।