मुंबई, 02 जून, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। सिक्किम में रविवार शाम करीब सात बजे एक सैन्य शिविर भारी बारिश के बाद हुए भूस्खलन की चपेट में आ गया, जिसमें तीन जवानों की मौत हो गई। मलबे से अब तक चार लोगों को जिंदा निकाला गया है जिन्हें मामूली चोटें आई हैं, जबकि छह जवानों की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन जारी है। सेना ने सोमवार को घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि जिन जवानों के शव बरामद हुए हैं, उनमें हवलदार लखबिंदर सिंह, लांस नायक मनीष ठाकुर और पोर्टर अभिषेक लखाड़ा शामिल हैं। सिक्किम के लाचेन और लाचुंग इलाकों में 30 मई से फंसे हुए एक हजार से अधिक पर्यटकों को आज रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। राज्य सहित पूरे पूर्वोत्तर में बीते चार दिनों से भारी बारिश जारी है, जिससे बाढ़ और भूस्खलन की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। अब तक इस आपदा में 37 लोगों की जान जा चुकी है, जिनमें असम में 10, अरुणाचल प्रदेश में 9, मिजोरम में 5 और मेघालय में 6 मौतें शामिल हैं। यह इलाका पहले भी प्राकृतिक आपदाओं की चपेट में रहा है। अक्टूबर 2023 में सिक्किम में बादल फटने के बाद तीस्ता नदी में आई अचानक बाढ़ से 18 लोगों की मौत हो गई थी और करीब 98 लोग लापता हो गए थे, जिनमें सेना के 22 जवान भी शामिल थे जिनका आज तक कोई सुराग नहीं मिला।
वर्तमान हालात से निपटने के लिए भारतीय सेना, एयरफोर्स और असम राइफल्स के जवानों को राहत और बचाव कार्यों में लगाया गया है। असम में 3.64 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हो चुके हैं। राज्य की ब्रह्मपुत्र और बराक सहित 10 प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। मणिपुर में 19,000 से अधिक लोग बाढ़ की चपेट में हैं और 3,365 मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। त्रिपुरा में 10 हजार से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं, जबकि मिजोरम की राजधानी आइजोल में बारिश के चलते 2 जून को सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया गया है। 30 मई से अब तक मिजोरम में भूस्खलन की 211 घटनाएं दर्ज की गई हैं। उधर देश के अन्य हिस्सों में भी मौसम का असर दिख रहा है। राजस्थान के 30 और मध्य प्रदेश के 50 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। बिहार के वैशाली में रविवार शाम तेज आंधी और बारिश के कारण एक मकान गिर गया, जिससे उसमें मौजूद 60 वर्षीय महिला की मौत हो गई। राज्य के 9 जिलों में तेज आंधी और बारिश की चेतावनी दी गई है।