मुंबई, 07 मार्च, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन भाजपा को चैलेंज किया कि हिम्मत है तो विधानसभा चुनाव में ट्राई लैंग्वेज को मुद्दा बनाकर दिखाएं। उन्होंने कहा कि LKG स्टूडेंट PhD होल्डर को समझा रहे हैं। स्टालिन ने अपनी X पोस्ट में केंद्र सरकार पर हिंदी थोपने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु कभी भी इस जबरदस्ती को स्वीकार नहीं करेगा। यह ब्रिटिश शासन जैसा है। शिक्षा मंत्री ने तमिलनाडु को हिंदी स्वीकारने की धमकी दी, अब उन्हें इसका जवाब मिलेगा। वहीं, इसके जवाब में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि स्टालिन ने तमिल के लिए कोई बड़ा काम नहीं किया। वे तमिल भाषा के इतने ही हितैषी हैं तो राज्य में मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई तमिल में शुरू करवाएं। हम पिछले दो साल से यह अनुरोध कर रहे हैं। शाह ने तमिलनाडु के रानीपेट जिले के केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के 56वें स्थापना दिवस परेड में ये बाते कहीं।
तो वहीं, स्टालिन ने इतिहास का जिक्र करते हुए कहा कि हर बार जब किसी ने तमिलनाडु में हिंदी थोपने की कोशिश की तो उसे हार मिली या फिर उन्हें DMK के साथ आना पड़ा। स्टालिन ने कहा कि हिंदी थोपने से गैर-हिंदी भाषी लोगों को बहुत परेशानी होती है। भारत में गैर-हिंदी भाषी लोगों का ही बहुमत है। सरकारी योजनाओं, पुरस्कारों और केंद्र सरकार की संस्थाओं तक में हिंदी को थोपा जा रहा है। लोग आते हैं और चले जाते हैं, लेकिन जब हिंदी का वर्चस्व खत्म होगा, तब भी इतिहास याद रखेगा कि DMK ने इसके खिलाफ सबसे पहले और सबसे मजबूती से लड़ाई लड़ी थी।