मुंबई, 05 सितम्बर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। मुंबई पुलिस को गुरुवार देर रात एक वॉट्सएप मैसेज मिला, जिसमें दावा किया गया कि लश्कर-ए-जिहादी के 14 आतंकी शहर में पहुंच चुके हैं। संदेश में कहा गया कि आतंकी 34 गाड़ियों में 400 किलो आरडीएक्स लगाकर बड़ा धमाका करने की साजिश रच रहे हैं, जिससे एक करोड़ लोगों की मौत हो सकती है। इस धमकी के बाद मुंबई पुलिस ने शहर में हाई अलर्ट घोषित कर दिया और क्राइम ब्रांच ने जांच शुरू कर दी। एंटी-टेररिज्म स्क्वॉड (एटीएस) और अन्य सुरक्षा एजेंसियों को भी सतर्क कर दिया गया है। शनिवार को गणेशोत्सव का अंतिम दिन होने के कारण सुरक्षा और बढ़ा दी गई है। लाखों श्रद्धालु गणपति विसर्जन में शामिल होंगे, इसलिए पुलिस ने भीड़भाड़ वाले इलाकों में निगरानी कड़ी कर दी है और कई जगह कॉम्बिंग ऑपरेशन चल रहे हैं। अधिकारियों ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी अफवाह पर भरोसा न करें और संदिग्ध गतिविधि की तुरंत जानकारी पुलिस को दें। इससे पहले 25 अगस्त को ठाणे जिले में एक रेलवे स्टेशन पर बम धमाके की झूठी धमकी देने वाला 43 वर्षीय शख्स पकड़ा गया था। उसने पुलिस हेल्पलाइन नंबर पर फोन कर दावा किया था कि कलवा रेलवे स्टेशन पर बम रखा है। हालांकि जांच में यह धमकी फर्जी साबित हुई।
मुंबई पहले भी कई बड़े धमाकों और आतंकी हमलों का गवाह रह चुका है। 12 मार्च 1993 को हुए सीरियल ब्लास्ट में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज समेत 12 जगह बम धमाके हुए थे, जिनमें 257 लोगों की जान गई। 2002 से 2003 के बीच घाटकोपर, विले पार्ले और मुलुंड में कई धमाके हुए, जिनमें दर्जनों लोगों की मौत हुई। 2006 में लोकल ट्रेनों में हुए धमाकों में 189 लोगों की जान गई और 824 घायल हुए। 26 नवंबर 2008 को ताज होटल, रेलवे स्टेशन और अस्पताल पर आतंकियों ने हमला कर दहशत फैलाई, जिसमें करीब 80 लोगों की मौत हुई और सैकड़ों लोग घायल हुए। 2011 में झवेरी बाजार, ओपेरा हाउस और दादर में तीन धमाके हुए, जिनमें 19 लोग मारे गए और 130 से अधिक घायल हो गए।