मुंबई, 16 नवंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने महाराष्ट्र के चंद्रपुर में कहा, मोदी जी की याददाश्त कमजोर हो रही है, अमेरिकी राष्ट्रपति को भी भूलने की बीमारी है। राहुल ने कहा कि मेरी बहन ने मुझे बताया कि आजकल मोदी जी अपने भाषणों में वही बातें बोल रहे हैं, जो हम बोल रहे हैं। शायद मोदी जी को मेमोरी लॉस हो गया है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति भी भाषण देते वक्त भूल जाते थे। बोलना कुछ होता था और बोल कुछ और देते थे। फिर पीछे से उन्हें बताया जाता था कि ये नहीं बोलना है। यूक्रेन के राष्ट्रपति आए थे, उन्हें अमेरिका के राष्ट्रपति ने रूस का राष्ट्रपति पुतिन कह दिया। उनके पीछे खड़े लोगों ने कहा कि ये रूस के नहीं हैं, यूक्रेन के हैं। उनका मेमोरी लॉस हो गया था। ऐसे ही हमारे प्रधानमंत्री का मेमोरी लॉस हो गया है।
राहुल ने आगे कहा कि हो सकता है अगली मीटिंग में प्रधानमंत्री मोदी आपसे कहें कि महाराष्ट्र सरकार सोयाबीन के लिए प्रति क्विंटल 7 हजार रुपए देती है। मैंने कहा भाजपा कॉन्स्टिट्यूशन पर आक्रमण कर रही है, वो कहते हैं कांग्रेस पार्टी संविधान पर आक्रमण कर रही है। मैं हर भाषण में संविधान की कॉपी लेकर चल रहा हूं, इसे दिखा रहा हूं, एक साल से कह रहा हूं कि भाजपा इस पर आक्रमण कर रही है। मोदी जी को पता लगा कि लोगों को गुस्सा आ रहा है तो मोदी जी कहने लगे हैं कि राहुल गांधी संविधान पर हमला कर रहे हैं। मैं हर भाषण में कहता हूं कि 50% आरक्षण की दीवार को गिराकर हम दायरा बड़ा कर देंगे। लोकसभा में मैंने मोदी जी के सामने ये कहा कि 50% आरक्षण की दीवार जिसे आप नहीं तोड़ना चाह रहे हो, उसे हम लोकसभा में तोड़कर दिखाएंगे, लेकिन उनको मेमोरी लॉस हो गया। वो कहते हैं कि राहुल गांधी आरक्षण के खिलाफ है। अगली मीटिंग में कहेंगे कि राहुल गांधी जातीय जनगणना के खिलाफ हैं। जबकि मैंने उनके सामने कहा है कि मोदी जी जातीय जनगणना कराइए। देश को पता लगना चाहिए कि कितने दलित हैं, कितने आदिवासी है और कितने पिछड़े वर्ग के लोग हैं। देश को पता लगना चाहिए कि इनकी भागीदारी कितनी है।