मुंबई, 06 अक्टूबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। भोपाल के ओम नगर हलालपुरा में रहने वाले प्रॉपर्टी डीलर आनंद पाराशर के घर से दो करोड़ रुपए के जेवरात चोरी के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। मामले में मास्टरमाइंड आनंद की भतीजी डॉली पाराशर निकली, जिसने अपने बॉयफ्रेंड अंकित तिवारी के साथ मिलकर चोरी की योजना बनाई थी। अंकित ने अपने कॉन्ट्रैक्टर दोस्त रवि विश्वकर्मा को प्लान में शामिल किया, जिसने साथी अंकित, देवाशीष शर्मा और अजय शाक्य के साथ मिलकर वारदात अंजाम दी। यह घटना 29 सितंबर 2025 की है।
वारदात के दिन आनंद की बेटी की ग्वालियर में रिंग सेरेमनी थी, जिसके चलते पूरा परिवार वहां गया हुआ था। डॉली भी उसी दौरान फोन पर घर की जानकारी आरोपियों तक पहुंचा रही थी। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज, PSTN डेटा और मुखबिरों की जानकारी के आधार पर सोमवार दोपहर मामले का खुलासा किया। डॉली, रवि और देवाशीष को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि अंकित तिवारी और अजय शाक्य अभी फरार हैं। गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से डेढ़ करोड़ रुपए कीमत के 1250 ग्राम सोने के जेवरात, चार मोबाइल फोन और तीन चांदी के सिक्के बरामद किए गए हैं। करीब 50 लाख रुपए के जेवरात फरार आरोपियों के पास हैं। डीसीपी अभिनव चौकसे ने बताया कि एफआईआर दर्ज होने के बाद अज्ञात आरोपियों की तलाश में घटना स्थल और आसपास के PSTN डेटा की जांच की गई। इसके साथ ही सीसीटीवी फुटेज का अवलोकन कर संदेही नंबरों को चिन्हित किया गया। आरोपी रवि को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से जेवरात जब्त किए गए।
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने पूरी योजना का खुलासा किया। रवि ठेकेदारी का काम करता है और उसके खिलाफ पहले भी मारपीट और चोरी के केस दर्ज हैं। देवाशीष ने बताया कि अंकित तिवारी ने अपनी गर्लफ्रेंड डॉली के चाचा आनंद के घर की जानकारी साझा की और घर में चोरी करने का प्रस्ताव रखा। रवि ने घर का पूरा नक्शा समझकर फुल प्रूफ योजना बनाई। वारदात 28-29 सितंबर की रात को अंजाम दी गई। घर के बाहर की निगरानी रवि और देवाशीष ने की, जबकि घर में घुसकर चोरी देवाशीष और अजय ने की। सूत्रों के अनुसार, डॉली और अंकित शादी करना चाहते थे, लेकिन अंकित कोई काम नहीं करता था। डॉली ने चोरी से मिलने वाली रकम से अंकित के साथ अपना भविष्य बनाने की योजना बनाई थी। दोनों शहर छोड़कर किसी दूसरे शहर में बसने की योजना बना रहे थे।