मुंबई, 11 नवंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में सेना और आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ के बीच 2 ट्रैकर्स फंस गए। फायरिंग के बीच ट्रैकर्स ने 100 नंबर डायल करके पुलिस को इसकी सूचना दी। इसके बाद सेना ने गोलीबारी रोककर उन्हें बचाया। घटना बीते दिन की है। CRPF, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सेना जबरवान के जंगलों में संयुक्त सर्च ऑपरेशन चला रही थी। इसी दौरान आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर गोलियां चला दीं। इसके बाद कई घंटों तक दोनों ओर से गोलीबारी हुई। हालांकि आतंकी भागने में कामयाब रहे थे। मुठभेड़ के समय ट्रैकर्स जंगल में थे। सेना ने उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला। इस घटना के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस ने गाइडलाइन जारी कर कहा है कि जंगलों और पहाड़ों पर ट्रैकिंग के लिए जाने से पहले स्थानीय पुलिस को सूचना दें।
किश्तवाड़ में केशवान के जंगलों में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ अभी भी जारी है। बीते दिन सेकेंड पैरा एसएफ के 4 जवान घायल हुए थे। बाद में जूनियर कमीशन ऑफिसर (JCO) राकेश कुमार शहीद हो गए जबकि 3 जवानों का इलाज जारी है। अधिकारियों ने बताया कि आतंकी कश्मीर टाइगर्स ग्रुप के हैं। इन्होंने ही 7 नवंबर को 2 विलेज गार्ड की हत्या की थी। कश्मीर जोन पुलिस ने एक्स पर एक पोस्ट में बताया कि रविवार सुबह सुरक्षाबलों को जबरवान में 2-3 आतंकियों के छिपे होने की जानकारी मिली थी। इसके बाद सेना और पुलिस ने दाचीगाम और निशात के ऊपरी इलाकों को जोड़ने वाले जंगल में सुबह करीब 9 बजे इलाके में जॉइंट सर्च ऑपरेशन चलाया। आतंकियों ने जवानों पर फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद सुरक्षाबलों ने जबावी कार्रवाई की। फिलहाल एनकाउंटर जारी है।