बनारस न्यूज डेस्क: वाराणसी में वन विभाग की सतर्कता से प्रतिबंधित पक्षियों की तस्करी का बड़ा मामला सामने आया है। रविवार को अंधरापुल इलाके में छापेमारी के दौरान एक प्राइवेट बस की डिग्गी से 28 तोते बरामद किए गए, जिन्हें झारखंड के गढ़वा से तस्करी कर लाया जा रहा था। मौके से तीन तस्करों को भी गिरफ्तार किया गया है। वन विभाग को पहले ही इनपुट मिल चुका था, जिसके बाद कार्रवाई की गई।
वाराणसी वन संरक्षक रवि कुमार सिंह के अनुसार, बरामद किए गए सभी तोते जीवित अवस्था में थे और इन्हें एक बड़े गत्ते के डिब्बे में बंद कर बस की डिग्गी में छिपाया गया था। इन पक्षियों को बनारस में बेचने की तैयारी की जा रही थी। वन विभाग की टीम ने पूरी योजना बनाकर छापा मारा और तस्करी की साजिश को नाकाम किया।
गिरफ्तार किए गए तस्करों की पहचान बस ड्राइवर धनंजय सिंह, कंडक्टर अभय सिंह और मोहम्मद आरिफ के रूप में हुई है। पूछताछ में इन तस्करों ने स्वीकार किया कि वे सिर्फ तोते ही नहीं, बल्कि अन्य प्रतिबंधित पक्षियों की तस्करी में भी शामिल रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि पकड़े जाने से बचने के लिए उन्होंने पक्षियों को यात्रियों की नजरों से दूर, डिग्गी में छिपाकर रखा था।
इस मामले में वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 की कई धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है, जिसमें धारा 9, 39, 48(ख), 49(ख), 51 और 57 शामिल हैं। वन विभाग ने आम लोगों से भी अपील की है कि अगर उन्हें कहीं भी प्रतिबंधित पक्षियों की बिक्री या तस्करी की सूचना मिले तो वे तुरंत 0542-2585444 या 0542-2585574 नंबर पर जानकारी दें, ताकि तस्करों पर समय रहते कार्रवाई की जा सके।