बनारस न्यूज डेस्क: वाराणसी के राजातालाब स्थित रानी बाजार से दो दिवसीय ऐतिहासिक रथयात्रा मेले का शुभारंभ शुक्रवार को हुआ। काशी राजपरिवार के प्रतिनिधि कुंवर अनंत नारायण सिंह ने भगवान जगन्नाथ के रथ को खींचकर इस धार्मिक यात्रा की शुरुआत की। रथ यात्रा रानी बाजार से होते हुए भैरवनाथ मंदिर तक पहुंची, जहां श्रद्धालुओं ने दर्शन और पूजन किया।
रथयात्रा के दौरान रास्ते भर भक्त ‘हर-हर महादेव’ के जयघोष करते रहे। आसपास के गांव जैसे मोहनसराय, कचनार, बीरभानपुर, गंगापुर, गंजारी, मिर्जामुराद, रोहनिया, जक्खिनी और भैरवनाथ से बड़ी संख्या में लोग इस यात्रा में शामिल हुए। मंदिर पहुंचकर अनंत नारायण सिंह ने भगवान भैरवनाथ की पूजा कर एक ब्राह्मण को दक्षिणा दी और फिर वापस लौटे, जिसके बाद आम श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के दर्शन शुरू हुए।
सुबह से ही कई श्रद्धालु आसपास के बाग-बगिचों में जुटे रहे और पारंपरिक व्यंजन बाटी-चोखा बनाकर पूजा के बाद प्रसाद रूप में ग्रहण किया। यह आयोजन न केवल धार्मिक श्रद्धा का प्रतीक था, बल्कि सामाजिक मेलजोल और लोकपरंपरा को भी जीवंत करता नजर आया। शाम को रथयात्रा समाप्त होने के बाद लोग अपने-अपने घरों को लौट गए।
रथयात्रा के साथ लगे मेले में लोगों के लिए खास इंतजाम किए गए थे। नानखटाई की दुकानों ने खासतौर पर लोगों का ध्यान खींचा। इसके अलावा मनोरंजन के लिए अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किए गए और बच्चों के लिए खिलौनों की दुकानों पर खासी भीड़ देखी गई। यह रथयात्रा सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं बल्कि पूरे इलाके के लिए एक उत्सव जैसा माहौल लेकर आई।