बनारस न्यूज डेस्क: अब गोशालाओं में रहने वाले गोवंशों की देखभाल सीसीटीवी कैमरों से की जाएगी। ज़िले के सभी गो-आश्रय स्थलों पर कैमरे लगाए जाएंगे और इसकी निगरानी विकास भवन में बने कंट्रोल रूम से होगी। डीएम सत्येंद्र कुमार ने आदेश दिया है कि जून महीने तक यह काम पूरा कर लिया जाए। इसके साथ ही उन्होंने हरे चारे, पानी, भूसे और चारागाह की ज़मीन के प्रबंधन की भी समीक्षा की।
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी (सीवीओ) ने जानकारी दी कि जिले की सभी 49 गोशालाओं में पशुओं के लिए हरा चारा, साफ पानी और भूसे की व्यवस्था कर दी गई है। गर्मी से बचाव के लिए तिरपाल और ग्रीन नेट भी लगाए गए हैं ताकि गोवंशों को तेज धूप से राहत मिल सके।
डीएम ने बीडीओ, एडीओ और पशुपालन विभाग के अधिकारियों को गोशालाओं का संयुक्त निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही कहा गया है कि निरीक्षण के दौरान फोटो भी लिए जाएं और रिपोर्ट के साथ प्रस्तुत किए जाएं। उन्होंने सभी गो-आश्रय स्थलों पर काऊ शेड में स्प्रिंकलर लगाने की व्यवस्था भी जल्द से जल्द करने के निर्देश दिए।
इसके अलावा गोशालाओं का पंजीकरण करवाना भी अनिवार्य बताया गया है। डीएम ने बीडीओ को निर्देश दिया कि वे अपने-अपने क्षेत्र की कम से कम एक गोशाला में स्वयं सहायता समूहों की मदद से वर्मी कम्पोस्ट (केंचुआ खाद) बनाने की व्यवस्था करें। साथ ही हर पशु की जियो-टैगिंग कराना भी सुनिश्चित करें। बैठक में सीडीओ हिमांशु नागपाल समेत कई अधिकारी मौजूद थे।