बनारस न्यूज डेस्क: इस साल बनारस में मानसून ने समय से पहले दस्तक दी है। 2023 की तुलना में यह नौ दिन पहले, यानी 20 जून को ही शहर में पहुंच गया। हालांकि, शुरुआत उम्मीद से कमजोर रही और सिर्फ 0.2 मिमी बारिश दर्ज की गई। दिनभर बादल छाए रहे, लेकिन बारिश की तीव्रता नहीं दिखी। बीते साल मानसून 29 जून को आया था, जो सामान्य से देरी मानी जाती है।
मौसम विभाग के अनुसार, 22 जून को बनारस और आसपास के क्षेत्रों में गरज के साथ भारी बारिश हो सकती है। इस दौरान तापमान में भी 2 से 4 डिग्री की गिरावट आने का अनुमान है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. अतुल कुमार सिंह का कहना है कि भले ही मानसून की एंट्री धीमी रही हो, लेकिन अगले पांच से छह दिनों तक अच्छी बारिश की संभावना है।
पूर्वांचल में इस समय अरब सागर और बंगाल की खाड़ी दोनों से नमी वाली हवाएं पहुंच रही हैं। हालांकि, लो-प्रेशर ज़ोन कमजोर होने की वजह से शुरुआत में बारिश का असर कम रहा। इस बार बंगाल की खाड़ी के मुकाबले अरब सागर से आने वाली हवाओं का दबाव अधिक है, जिससे मानसूनी बादल धीरे-धीरे पूरे पूर्वांचल और अवध तक फैल रहे हैं।
जून के शुरुआती 20 दिनों में बनारस में सामान्य से 43 फीसदी कम बारिश हुई है। इस दौरान औसत 33.8 मिमी की तुलना में केवल 19.2 मिमी वर्षा दर्ज की गई। 20 जून को भी सामान्य 2.9 मिमी के मुकाबले सिर्फ 0.1 मिमी बारिश हुई। हालांकि बादलों की मौजूदगी ने गर्मी से थोड़ी राहत दी। अधिकतम तापमान 36.8 डिग्री और न्यूनतम 28 डिग्री दर्ज किया गया। हवा में 82% नमी और 20 किमी/घंटा की रफ्तार से बहती पुरवा हवा ने मौसम को सुहाना बना दिया, जिससे लोग गंगा घाटों और पार्कों में घूमते दिखे।