भारत की तेजी से बदलती और डिजिटल होती शिक्षा प्रणाली के बीच, फिजिक्स वाला के सह-संस्थापक अलख पांडेय और प्रतीक माहेश्वरी ने एक नई उपलब्धि हासिल की है। दोनों उद्यमी हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2025 में शामिल हो गए हैं। यह न केवल उनके व्यक्तिगत प्रयासों की सफलता है, बल्कि यह देश में शिक्षा आधारित स्टार्टअप की ताकत को भी दर्शाता है।
14,520 करोड़ रुपये की नेटवर्थ
हुरुन रिपोर्ट 2025 के अनुसार, अलख पांडेय और प्रतीक माहेश्वरी की मौजूदा कुल संपत्ति 14,520 करोड़ रुपये है। पिछले साल के मुकाबले उनकी संपत्ति में 223% की भारी वृद्धि दर्ज की गई है। इस उपलब्धि ने उन्हें भारत के सबसे तेजी से अमीर बनने वाले उद्यमियों की सूची में शामिल कर दिया है। उनकी यह सफलता दर्शाती है कि अगर किसी विचार और मेहनत में दम हो, तो किसी भी क्षेत्र से अरबपति बना जा सकता है – चाहे वह शिक्षा ही क्यों न हो।
अलख पांडेय का सफर: प्रयागराज से शिखर तक
अलख पांडेय का जन्म 2 अक्टूबर 1991 को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हुआ था। उन्होंने बिशप जॉनसन स्कूल एंड कॉलेज से शिक्षा प्राप्त की और फिर हरकोर्ट बटलर तकनीकी विश्वविद्यालय, कानपुर में मैकेनिकल इंजीनियरिंग में दाखिला लिया। हालांकि, तीसरे वर्ष में उन्होंने महसूस किया कि उनका असली जुनून पढ़ाना है, न कि इंजीनियर बनना। इसके बाद उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी और एक नई दिशा में कदम रखा।
यूट्यूब से यूनिकॉर्न तक
2016 में अलख ने "Physics Wallah" नाम से एक यूट्यूब चैनल शुरू किया, जो जेईई और नीट जैसी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए एक मुफ्त प्लेटफॉर्म था। उनका पढ़ाने का तरीका सरल, प्रभावशाली और छात्रों के लिए अत्यंत उपयोगी था। इससे उन्हें लाखों छात्रों का समर्थन मिला। 2024 तक उनके यूट्यूब चैनल के 1.3 करोड़ (13 मिलियन) से ज्यादा सब्सक्राइबर्स हो चुके थे।
2020 में, उन्होंने Physics Wallah ऐप की सह-स्थापना की, जिसने ऑनलाइन एजुकेशन को एक नया आयाम दिया। 2022 में, यह भारत की पहली एडटेक यूनिकॉर्न कंपनी बनी, जिसकी वैल्यूएशन 1.1 बिलियन डॉलर से अधिक थी। 2025 तक, इस ऐप को 1 करोड़ (10 मिलियन) से ज्यादा लोगों ने डाउनलोड किया है।
एजुकेशन से अरबपति बनने की राह
फिजिक्स वाला की यह यात्रा सिर्फ एक स्टार्टअप की सफलता नहीं है, बल्कि यह दिखाता है कि भारत में एजुकेशन टेक्नोलॉजी (EdTech) का भविष्य कितना उज्ज्वल है। अलख और प्रतीक ने शिक्षा को व्यापार नहीं, मिशन के रूप में लिया और उसी सोच ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया।
भारत के अन्य शीर्ष अमीर
हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2025 में सबसे ऊपर मुकेश अंबानी (9.55 लाख करोड़ रुपये) और गौतम अडानी (8.15 लाख करोड़ रुपये) हैं। वहीं नीरज बजाज और उनके परिवार ने सालाना सबसे अधिक संपत्ति अर्जित की – 69,875 करोड़ रुपये की वृद्धि के साथ। अजीम प्रेमजी भी इस सूची में 8वें स्थान पर हैं।
निष्कर्ष
अलख पांडेय और प्रतीक माहेश्वरी की सफलता उन लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा है जो अपने जुनून को अपनाकर कुछ बड़ा करना चाहते हैं। उन्होंने दिखाया कि शिक्षा, अगर सही तरीके से प्रस्तुत की जाए, तो वह न केवल समाज को बदल सकती है, बल्कि उद्यमिता की दुनिया में भी क्रांति ला सकती है।