बनारस न्यूज डेस्क: वाराणसी जिले में युवक मंदीप सोनकर की मौत के बाद परिजनों और ग्रामीणों ने 19 घंटे 30 मिनट तक प्रदर्शन किया। कठिरांव चौराहे पर शव रखकर इंसाफ की मांग की गई। आखिरकार, फूलपुर थाना प्रभारी और कठिरांव चौकी प्रभारी ने सादे कागज पर आश्वासन देते हुए लिखा कि सभी नामजद आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी होगी और परिजनों को मुआवजा दिलाने की कोशिश की जाएगी। साथ ही, आरोपियों को सजा दिलाने के लिए अदालत में त्वरित सुनवाई की पैरवी की जाएगी। इसके बाद प्रदर्शनकारी शांत हुए और परिजन अंतिम संस्कार के लिए रवाना हुए।
मंदीप सोनकर (21), निवासी जंगलपुर, कठिरांव, एक फरवरी को बाइक से जौनपुर के नेवड़िया जा रहा था। रास्ते में नेनाहूपुर में उसकी बाइक एक बुजुर्ग से हल्की टकरा गई, जिससे दोनों गिर पड़े। मंदीप के भाई संदीप का आरोप है कि पास में मौजूद ग्राम प्रधान राय साहब, रोहित, अरविंद और विवेक सहित कुछ अन्य लोगों ने मंदीप को पकड़कर बुरी तरह पीटा, जिससे उसे अंदरूनी गंभीर चोटें आईं। परिजन उसे बीएचयू ट्रॉमा सेंटर ले गए, जहां 14 दिन तक इलाज चला, लेकिन 15 फरवरी की रात उसने दम तोड़ दिया।
रविवार शाम पोस्टमार्टम के बाद जब परिजन शव लेकर घर पहुंचे, तो गुस्सा भड़क उठा। शाम पांच बजे ग्रामीण कठिरांव चौराहे पर शव रखकर प्रदर्शन करने लगे। प्रशासनिक अधिकारियों ने समझाने की कोशिश की, लेकिन प्रदर्शनकारी नहीं माने। आखिरकार, सोमवार दोपहर 12:30 बजे पुलिस की ओर से लिखित आश्वासन दिया गया, जिसके बाद प्रदर्शन खत्म हुआ। फूलपुर थानाध्यक्ष प्रवीण कुमार सिंह ने बताया कि पहले ही जानलेवा हमले का मुकदमा दर्ज था और अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर गैर इरादतन हत्या की धारा जोड़ी जाएगी।
प्रदर्शन के कारण पिंडरा से मड़ियाहूं, मछलीशहर और मुंगराबादशाहपुर जाने वाले लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इसी तरह, मुंगराबादशाहपुर, मछलीशहर और मड़ियाहूं से पिंडरा जाने वाले वाहन चालकों को भी वैकल्पिक मार्ग अपनाने पड़े। हालांकि, वाराणसी-जौनपुर मुख्य मार्ग पर यातायात सामान्य बना रहा।