बनारस न्यूज डेस्क: वाराणसी में सोमवार को एंटी करप्शन टीम ने रिश्वतखोरी के मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए मंडी निरीक्षक सतेंद्र नाथ को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। मंडी में लाइसेंस जारी करने के एवज में वह व्यापारी से 22 हजार रुपये की रिश्वत मांग रहा था। व्यापारी की शिकायत पर मंडी परिसर में जाल बिछाया गया और जैसे ही आरोपी ने रुपये लिए, टीम ने उसे दबोच लिया।
मंडी निरीक्षक ने व्यापारी अजीत ओझा से लगातार 20-25 बार फोन कर रिश्वत की मांग की थी। उसने व्यापारी को पहाड़िया मंडी के गेट नंबर-2 पर बुलाकर रुपये मांगे थे। पकड़े जाने के बाद आरोपी को थाने लाया गया, जहां हाथ धुलवाने पर नोटों से रंग निकलने लगा। उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम में केस दर्ज कर लिया गया है।
व्यापारी अजीत ओझा ने बताया कि उसने 24 जून को रुद्र ट्रेडिंग कंपनी के नाम से मंडी लाइसेंस के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था। मंडी निरीक्षक ने 250 रुपये की वैध फीस के अलावा 22 हजार रुपये अवैध रूप से मांगे थे। व्यापारी ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन टीम से की थी, जिसके बाद कार्रवाई हुई।
पूछताछ में मंडी निरीक्षक ने भ्रष्टाचार में शामिल अन्य लोगों के नाम भी बताए हैं। एंटी करप्शन टीम अब इन पर भी शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है। मामले की जांच जारी है और साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।