वाराणसी न्यूज डेस्क: कोतवाली थाना क्षेत्र के गोलघर में रविवार शाम किरायेदारी विवाद ने हिंसक रूप ले लिया, जिसमें मकान मालिक घायल हो गया। घायल ने आरोप लगाया कि उसने संतोष यादव को मकान में दुकान बेची थी, पर अब वह पूरे घर पर कब्जा करने की कोशिश कर रहा है। विरोध करने पर संतोष और उसके साथियों ने असलहे की मुठिया से हमला कर सिर पर गंभीर चोट पहुंचाई।
कबीरचौरा अस्पताल में भर्ती सुशील अग्रवाल ने आरोप लगाया कि पुलिस उनकी मदद से इनकार कर रही है और यदि उनके परिवार को कोई हानि पहुंची, तो जिम्मेदारी थाना प्रभारी और एसआई राहुल गुप्ता पर होगी। सुशील ने बताया कि उन्होंने संतोष यादव को 12 लाख रुपये में अपने घर के नीचे की दुकान बेची थी। साले की पत्नी की मृत्यु के बाद, वे छपरा चले गए थे, और लौटने पर बेटे ने जानकारी दी कि संतोष ने छत काटकर एल्यूमिनियम की सीढ़ी बना ली है।
सुशील ने कहा कि जब उन्होंने संतोष से बातचीत की, तो उसने कहा कि वह कोई नुकसान नहीं पहुंचाएगा, लेकिन बाद में उसने दबाव बनाना शुरू कर दिया। सुशील ने बताया कि कमर में परेशानी के कारण वह नीचे के कमरे में रहते हैं। हाल ही में, संतोष और उसके लोगों ने उनके कमरे का ताला तोड़कर सारा सामान बाहर फेंक दिया और अपना ताला लगा दिया।
इसी बीच, रविवार को संतोष, उसके साले अश्वनी यादव, बुलबुल यादव, पवन यादव और तीन अन्य लोग सुशील के घर में घुस आए और दूसरे तल पर कब्जा करने की कोशिश के दौरान उन्होंने सुशील को पीट दिया। सुशील ने बताया कि असलहे की मुठिया से उनके सिर पर वार किया गया। इसके बाद, वे अपने बेटे के साथ छत पर भाग गए और वहां खुद को बंद कर लिया। पड़ोसियों की मदद से उन्हें कोतवाली और फिर कबीरचौरा अस्पताल ले जाया गया।
सुशील ने पुलिस पर आरोप लगाया कि वे किरायेदार के पक्ष में हैं और उनकी मदद नहीं कर रहे। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर उनके या उनके परिवार के साथ कुछ हुआ, तो इसकी जिम्मेदारी संतोष, थाना प्रभारी राजीव कुमार सिंह और एसआई राहुल गुप्ता की होगी।