बनारस न्यूज डेस्क: वाराणसी में यूपीएससी और पीसीएस की तैयारी कर रहे एक युवक ने फांसी लगाकर जान दे दी। मऊ जिले का रहने वाला 30 वर्षीय प्रेमचंद शर्मा कई साल से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था और शहर के छित्तूपुर इलाके में किराए के मकान में रहता था। बताया जा रहा है कि उसने सुसाइड नोट में अपनी मां से माफी मांगी है। पुलिस ने सुसाइड नोट बरामद कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। जानकारी के अनुसार, जनवरी 2024 में आए पीसीएस परीक्षा के नतीजों में प्रेमचंद महज दो नंबर से चयनित होने से चूक गया था, जो उसका आखिरी प्रयास भी था।
प्रेमचंद शर्मा पिछले सात साल से किराए के मकान में रहकर कोचिंग करता था और ट्यूशन पढ़ाकर अपना खर्च चलाता था। मंगलवार रात उसने कमरे में फांसी लगा ली। सुबह जब मकान मालकिन ने दरवाजा बंद देखा और काफी आवाज देने के बाद भी कोई जवाब नहीं मिला तो उन्होंने खिड़की से झांककर देखा, जहां प्रेमचंद का शव फंदे से लटक रहा था। इसकी सूचना पुलिस को दी गई, जिसके बाद सिगरा थाने की पुलिस और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। जांच में पता चला कि प्रेमचंद ने खिड़की की सिटकनी पर फंदा बांधकर आत्महत्या की।
परिजनों के मुताबिक, प्रेमचंद बचपन से ही पढ़ाई में अच्छा था और प्रशासनिक सेवा में जाने का सपना देखता था। उसके पिता स्वास्थ्य विभाग में कर्मचारी थे, लेकिन उनके निधन के बाद बड़े भाई को अनुकंपा नियुक्ति मिली। परिवार में तीन भाई और दो बहनों में वह सबसे छोटा था। वह खुद अफसर बनने का सपना देख रहा था, लेकिन जब पीसीएस परीक्षा में आखिरी मौके पर सफल नहीं हो सका तो वह मानसिक रूप से परेशान रहने लगा। परिवार और दोस्तों को उम्मीद नहीं थी कि वह इतना बड़ा कदम उठा लेगा।