बनारस न्यूज डेस्क: चिरईगांव के रुस्तमपुर गांव में रहने वाली 53 वर्षीय सुंदरी देवी ने शुक्रवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उनके छोटे बेटे राजेश मौर्य, जो ऑटो रिक्शा चलाते हैं, को पड़ोसियों से इस घटना की जानकारी मिली। जब वह घर पहुंचे तो मां को मृत देखकर फूट-फूटकर रोने लगे। बताया जा रहा है कि सुंदरी देवी अपने पति की मौत के बाद से अवसाद में थीं। पुलिस और फोरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
दूसरी घटना रोहनिया बसंतपट्टी में हुई, जहां 28 वर्षीय नेहा सिंह ने फांसी लगाकर जान दे दी। उनके पति अभिषेक सिंह जब शेविंग कराकर लौटे तो कमरे का दरवाजा अंदर से बंद मिला। जब उन्होंने दरवाजा तोड़कर देखा तो पत्नी को फंदे से लटकता पाया। तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद मायके पक्ष ने ससुराल वालों पर हत्या का आरोप लगाया, जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
दोनों घटनाओं से गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। सुंदरी देवी के दोनों बेटे शादीशुदा हैं और बड़ा बेटा बेंगलुरु में नौकरी करता है, जबकि नेहा सिंह अपने पीछे एक छोटा बेटा छोड़ गई हैं। पुलिस ने दोनों मामलों की जांच शुरू कर दी है और फोरेंसिक टीम ने साक्ष्य जुटाए हैं।