वाराणसी न्यूज डेस्क: उत्तर प्रदेश के वाराणसी में मंगलवार को हुए सामूहिक हत्याकांड ने काशी में हड़कंप मचा दिया है। इस मामले पर शहरभर में चर्चाएं हो रही हैं, और लोग इस हत्याकांड को लेकर विभिन्न अटकलें लगा रहे हैं। खासतौर पर 2012 में अनुराग कश्यप की फिल्म गैंग्स ऑफ वासेपुर के एक प्रसिद्ध डायलॉग की चर्चा हो रही है, जिसमें नवाजुद्दीन सिद्दीकी का किरदार कहता है, "बाप का, दादा का, भाई का, सबका बदला लेगा तेरा फैजल।"
पुलिस के लिए यह हत्याकांड एक बड़ी चुनौती बन गया है। मृतक राजेन्द्र गुप्ता का पुराना आपराधिक इतिहास हत्या के आरोपों से जुड़ा हुआ है। 1996-97 में राजेन्द्र गुप्ता पर अपने ही पिता, भाई, भाभी और एक गार्ड की हत्या करवाने का आरोप था। अब पुलिस पुराने मामले से कोई नया सुराग निकालने में जुटी हुई है। अटकलें हैं कि क्या यह हत्या पुराने मामले का बदला लेने के लिए की गई है?
राजेन्द्र गुप्ता पर अपने परिवार के सदस्यों की हत्या का आरोप था, और वह 2003 में जेल से रिहा हुआ था। उसके भाई कृष्णा के बच्चे अब बड़े हो चुके हैं, और पुलिस को जानकारी मिली है कि दिवाली के दौरान कृष्णा के दोनों बेटे विक्की और प्रशांत उर्फ जुगनू वाराणसी में मौजूद थे, जिससे वे अब पुलिस की रडार पर हैं।
राजेन्द्र गुप्ता के छोटे भतीजे जुगनू को पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया और देर रात तक उससे सवाल-जवाब किए। वहीं, उनके बड़े भतीजे विक्की का मोबाइल स्विच ऑफ है और पुलिस अभी तक उसका लोकेशन नहीं पता कर सकी है। स्थानीय जानकारी के अनुसार, विक्की दिवाली के दौरान वाराणसी में था, जो अब पुलिस की जांच के दायरे में है।
राजेन्द्र गुप्ता का घर भदैनी इलाके में स्थित है, जहां से 4 शव बरामद हुए। यह घर अस्सी गोदौलिया मुख्य मार्ग से करीब 50 मीटर अंदर स्थित है, और वहां तक जाने का रास्ता केवल 6 फीट चौड़ा है। घर के भीतर ग्राउंड फ्लोर पर लगभग सौ वर्ग फीट का आंगन है, और उसके चारों ओर छोटे-छोटे कमरे बने हुए हैं, जिनमें किराएदार रहते हैं। सभी कमरों के दरवाजे आंगन की तरफ खुलते हैं, और उपरी मंजिल की ओर सीढ़ियां जाती हैं।
पहली और दूसरी मंजिल के अलग-अलग कमरों से चार शव बरामद हुए। पहली मंजिल के पिछले हिस्से से एक रास्ता भवन के पीछे की ओर जाता है, लेकिन वहां से किसी का आना-जाना तभी संभव है जब वह व्यक्ति उस स्थान के भूगोल से अच्छे से परिचित हो।