बनारस न्यूज डेस्क: वाराणसी में गुप्ता परिवार की हत्या के मामले में पुलिस को 9 दिन बाद भी कोई सफलता नहीं मिली है। राजेंद्र गुप्ता, उनकी पत्नी और तीन बच्चों की हत्या का आरोपी अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। पुलिस इस हत्याकांड में राजेंद्र के बड़े भतीजे विशाल गुप्ता उर्फ विक्की की तलाश कर रही है, जो इस घटना का मुख्य संदिग्ध माना जा रहा है। साल 1997 में विक्की के माता-पिता और दादा सहित चार लोगों की हत्या का आरोप राजेंद्र पर लगा था, जो शक का बड़ा कारण है।
इस बीच, राजेंद्र गुप्ता का 2016 में लिखा एक हैंडनोट सामने आया है, जिसमें वह अपने जीवन के कई अहम पहलुओं का जिक्र करते हुए खुद को निर्दोष साबित करने की कोशिश कर रहे हैं। इसमें उन्होंने अपनी पहली पत्नी से तलाक, दूसरी शादी और भविष्य में तीसरी शादी की इच्छा के बारे में बताया है। हैंडनोट से यह संकेत मिलता है कि राजेंद्र अपनी संपत्ति और परिवार के लिए चिंतित थे।
राजेंद्र ने हैंडनोट में एक संभावित तीसरी शादी के बारे में भी बात की है। उन्होंने इस हैंडनोट में लड़की के पिता से बातचीत का जिक्र करते हुए लिखा कि वह उनकी बेटी को बेहतरीन जिंदगी देंगे। राजेंद्र ने बताया कि उनका पहली पत्नी से तलाक हो चुका है, जो अब अपने बच्चों के साथ रह रही है और दूसरी शादी कर चुकी है।
राजेंद्र के इस पत्र में उन्होंने बार-बार यह कहा कि वह सीधे और सच्चे इंसान हैं और कुंडली मिलाकर ही शादी करना चाहते हैं। वह अपनी पहली शादी को असफल बताते हुए अपनी पत्नी और बच्चों का हाल-चाल भी बताते हैं। इससे पता चलता है कि राजेंद्र अपनी निजी जिंदगी को लेकर परेशान थे और उसे सुधारने की इच्छा रखते थे।
राजेंद्र गुप्ता और उनके परिवार की हत्या के बाद यह हैंडनोट एक अहम सुराग के रूप में देखा जा रहा है। पुलिस इस हैंडनोट की जांच कर रही है ताकि हत्या के पीछे की वजह और संदिग्धों के बारे में जानकारी मिल सके।