बनारस न्यूज डेस्क: मिर्जामुराद थाना क्षेत्र में एक युवक के अपहरण और मारपीट का मामला सामने आया है। पीड़ित रंजीत राजभर ने आरोप लगाया है कि कुछ लोगों ने उसे बंधक बनाकर बेरहमी से पीटा और जान से मारने की कोशिश की। रंजीत ने स्थानीय पुलिस पर आरोपियों के प्रभाव में आकर उचित कार्रवाई न करने का भी आरोप लगाया है। न्याय के लिए उसने उच्च अधिकारियों से मदद की गुहार लगाई है।
घटना 6 दिसंबर की शाम की बताई जा रही है। रंजीत अपने साथी अभिषेक मौर्य के साथ राजपुर गया था। वहीं शुभम तिवारी और आरोपियों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया। शुभम किसी तरह वहां से भाग निकला, लेकिन आरोपियों ने रंजीत को पकड़ लिया। उन्होंने कहा कि रंजीत शुभम का दोस्त है, इसलिए उसे सजा दी जाएगी।
आरोपियों ने रंजीत को जबरन गाड़ी में बिठाकर धीरज सिंह के बगीचे में ले जाकर बेरहमी से पीटा। इसके बाद उसे धीरज सिंह के घर ले जाया गया और फिर से मारा गया। रंजीत का कहना है कि उसका चेहरा ढककर उसे मेंहदीगंज ताल ले जाया गया, जहां उसे पिस्तौल से डराया गया और गोली मारने की धमकी दी गई। किसी तरह रंजीत वहां से भागकर अपनी जान बचाने में सफल रहा।
पीड़ित ने बताया कि उसने मिर्जामुराद थाने में एफआईआर दर्ज कराई, लेकिन पुलिस आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने में टालमटोल कर रही है। उसने आरोप लगाया कि स्थानीय पुलिस आरोपियों के दबाव में काम कर रही है। रंजीत के अनुसार, थानाध्यक्ष ने उसे कहा कि अगर वह मारा जाता, तो मर्डर का केस दर्ज होता।
रंजीत ने बताया कि आरोपी पहले से ही अपराधी प्रवृत्ति के हैं। उनमें से एक आरोपी धीरज सिंह हाल ही में हत्या के मामले में जमानत पर छूटा है। रंजीत ने प्रशासन से इन आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है और चेतावनी दी है कि अगर उसके या उसके परिवार को कुछ होता है, तो इसके लिए आरोपी ही जिम्मेदार होंगे।