बनारस न्यूज डेस्क: उत्तर प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश ने कई जिलों में हालात बिगाड़ दिए हैं। चित्रकूट, बिजनौर और महोबा में बीते 16 घंटों में नौ लोगों की मौत हो चुकी है। कई इलाकों में लोग अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों की तलाश में भटक रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रशासन को पूरी तत्परता से राहत और बचाव कार्य करने के निर्देश दिए हैं। बाढ़ प्रभावित जिलों में एनडीआरएफ और पुलिस राहत कार्य में जुटी है, लेकिन हालात अभी भी गंभीर बने हुए हैं।
वाराणसी, प्रयागराज, चित्रकूट और मिर्जापुर में नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। वाराणसी में गंगा घाट जलमग्न हो गए हैं और गंगा आरती अब छत पर हो रही है। प्रयागराज में लेटे हनुमान मंदिर तक पानी पहुंच चुका है और लोग अपने सामान बचाने में जुटे हैं। चित्रकूट में मंदाकिनी नदी उफान पर है, जिससे घरों में पानी घुसने लगा है। वहीं मिर्जापुर और हमीरपुर में कई गांवों का संपर्क मुख्य सड़कों से कट गया है, जिससे लोगों की मुश्किलें और बढ़ गई हैं।
झांसी और ललितपुर में बांधों से लगातार पानी छोड़े जाने से हालात और खराब हो रहे हैं। झांसी में पिछले 20 दिनों से बारिश थमी नहीं है और मऊरानीपुर की गलियां तालाब बन चुकी हैं। ललितपुर में माताटीला डैम के गेट खोलने से हजारों क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इससे आसपास के गांवों में पानी भरने की खबरें हैं। उधर, उन्नाव और रायबरेली में भी गंगा के जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है, जिससे प्रशासन लगातार निगरानी कर रहा है।
बाढ़ से प्रभावित इलाकों में जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है। सड़कों का संपर्क कटने, फसलें डूबने और लोगों के घरों में पानी घुसने से हालात दिन-ब-दिन खराब होते जा रहे हैं। प्रशासन राहत कार्य में लगा है, लेकिन बारिश की रफ्तार और नदियों के बढ़ते जलस्तर ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। लोग सरकार से मदद की आस लगाए हुए हैं।