बनारस न्यूज डेस्क: काशी में प्रकट हुए संत कबीर की वाणी अब दुनिया भर में गूंज रही है। नेपाल, मॉरीशस और फिजी के बाद अब कनाडा के टोरंटो में भी कबीर मंदिर बनने जा रहा है। कबीर एसोसिएशन ऑफ टोरंटो ने इस पहल को आगे बढ़ाया है। इससे पहले टोरंटो में कबीरपंथियों के लिए दो सत्संग केंद्र स्थापित किए जा चुके हैं, जहां हर रविवार और पूर्णिमा के दिन भजन-कीर्तन और सत्संग होते हैं। कबीरपंथ की प्राकट्यधाम लहरतारा शाखा ने देश-विदेश में इस पंथ के प्रचार के लिए कई केंद्र और मंदिर स्थापित किए हैं, जिससे कबीरदास के विचारों को वैश्विक पहचान मिल रही है।
टोरंटो में बनने वाला यह मंदिर कनाडा में अपनी तरह का पहला कबीर मंदिर होगा, जिसमें संत कबीर की तीन फीट ऊंची मूर्ति स्थापित की जाएगी। यहां नियमित रूप से सत्संग, भजन-कीर्तन, चौका, पूजा और आरती का आयोजन किया जाएगा। प्राकट्यधाम के आचार्य हजूर अर्धनाम साहेब ने बताया कि कनाडा में करीब 10 हजार से अधिक कबीर के अनुयायी हैं, जो इस पहल में सहयोग कर रहे हैं। इतना ही नहीं, अमेरिका में भी कबीर सत्संग केंद्र और मंदिर बनाने की मांग की जा रही है, जिससे यह पंथ और अधिक विस्तार पा सके।
विदेशों में कबीरपंथ के अनुयायियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। सबसे अधिक 25 हजार से ज्यादा अनुयायी त्रिनिदाद और टोबैगो में हैं, जहां कबीर की छह शाखाएं संचालित हैं। इसके अलावा, पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल, मॉरीशस, फिजी, न्यूजीलैंड, अमेरिका, लंदन, ऑस्ट्रेलिया, वेस्ट इंडीज सहित कई देशों में कबीर आश्रम, मठ और मंदिर पहले से मौजूद हैं। यह दर्शाता है कि कबीर की वाणी और उनका दर्शन सीमाओं से परे जाकर लोगों के दिलों तक पहुंच रहा है।