बनारस न्यूज डेस्क: वाराणसी के चिरईगाँव क्षेत्र में बाढ़ का पानी घटने के बाद अब गांवों में नई परेशानियां सिर उठा रही हैं। छितौनी, रामपुर, अंबा, मोकलपुर और गोबरहा गांवों की गलियों और सड़कों पर कीचड़ और गंदगी का ढेर लग गया है, जिससे लोगों का रोजमर्रा का जीवन कठिन हो गया है।
ग्रामीणों का आरोप है कि सफाई कर्मचारियों की लापरवाही से हालात और बिगड़ रहे हैं। अश्वनी सिंह, अशोक तिवारी और भुआल सिंह ने बताया कि सफाई कर्मी सुबह केवल हाजिरी लगाकर बिना कोई काम किए वापस लौट जाते हैं, जिससे गंदगी जस की तस बनी रहती है।
जगह-जगह जमा कीचड़ और गंदगी से मच्छरों का प्रकोप तेजी से फैल रहा है। इससे डायरिया, बुखार और त्वचा रोग जैसी बीमारियों का खतरा मंडरा रहा है। बच्चों और बुजुर्गों की सेहत पर खास असर पड़ने की आशंका है।
ग्रामीणों ने प्रशासन से दो अहम मांगें रखी हैं—पहली, सफाई व्यवस्था को तुरंत दुरुस्त किया जाए और दूसरी, प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविर लगाए जाएं, ताकि बीमारियों को समय रहते रोका जा सके।