बनारस न्यूज डेस्क: रक्षाबंधन से ठीक पहले डाकघरों में सर्वर की खराबी ने हजारों लोगों की परेशानियां बढ़ा दी हैं। वाराणसी के प्रधान डाकघर कैंटोमेंट, विशेश्वरगंज, नीचीबाग समेत कई डाकघरों में स्पीड पोस्ट और रजिस्ट्री कराने आए करीब 2000 लोग बैरंग लौट गए। राखी भेजने के लिए आई महिलाओं को खासा परेशान होना पड़ा। तकनीकी खराबी के चलते न केवल डाक सेवाएं ठप रहीं, बल्कि वित्तीय लेनदेन और सरकारी दस्तावेजों की रजिस्ट्री भी अटक गई।
बीच-बीच में जब सर्वर थोड़ी देर के लिए चलता तो कुछ लोगों की बुकिंग हो पाती, लेकिन इसके लिए भी 30 से 45 मिनट तक इंतजार करना पड़ रहा था। डाक विभाग का कहना है कि सर्वर अपग्रेड किया जा रहा है और इसी वजह से यह दिक्कत आ रही है। सोमवार से यह समस्या बनी हुई है, जिससे आमजन के साथ-साथ विभाग को भी भारी राजस्व नुकसान हुआ है। अनुमान है कि करीब 10 हजार करोड़ रुपये तक का घाटा हुआ है।
सर्वर खराबी से स्पीड पोस्ट, घरेलू और अंतरराष्ट्रीय पार्सल, पोस्ट ऑफिस सेविंग बैंक, इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक समेत कई सेवाएं प्रभावित हुई हैं। ऐसे में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने सवाल उठाए हैं कि रक्षाबंधन जैसे मौके पर, जब देशभर में करोड़ों बहनें अपने भाइयों को राखी भेजती हैं, तब सर्वर डाउन क्यों हुआ? उनका आरोप है कि यह तकनीकी खराबी जानबूझकर की गई ताकि प्राइवेट कूरियर कंपनियों को फायदा पहुंचे।
अजय राय ने बताया कि रजिस्ट्री से राखी भेजना आम लोगों के लिए केवल 22 रुपये में संभव था, लेकिन अब लोग मजबूरी में कूरियर का सहारा ले रहे हैं, जहां 200 रुपये तक खर्च हो रहे हैं। इससे डाक विभाग को बड़ा नुकसान और निजी कंपनियों को भारी मुनाफा होगा। उन्होंने मांग की है कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए और सच्चाई सामने लाई जाए।