बनारस न्यूज डेस्क: बनारस के इंस्टाग्राम इनफ्लुएंसर्स ने हाल ही में अमर उजाला के संवाद कार्यक्रम में सोशल मीडिया की दुनिया के बारे में अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा कि गंगा आरती जैसी वायरल कंटेंट से शुरुआत करना अब उतना प्रभावी नहीं रहा। हालांकि, ऐसा हो सकता है कि कभी-कभी कोई वीडियो वायरल हो जाए, लेकिन यह तुक्के का मामला है। एक अच्छे और अलग कंटेंट का ही सोशल मीडिया पर सफलता दिला सकता है। इनफ्लुएंसरों का मानना है कि सशक्त विचार और सही कंटेंट ही सफलता की कुंजी है।
इनका कहना था कि उनके वायरल वीडियो में अक्सर कुछ सामान्य विषय होते थे, जैसे काशी के मंदिर, बाबा विश्वनाथ, जाम और ज्ञानवापी। उन्होंने यह भी बताया कि कुछ को पीएम मोदी के साथ फोटो खिंचवाने पर पैरेंट्स ने इनफ्लुएंसर बनने की इजाजत दी। वहीं, कुछ को अपने गाने के वीडियो के कारण ट्रोलिंग का सामना भी करना पड़ा, जहां उन्हें गवैया और पेड गर्ल जैसे अपमानजनक शब्दों से नवाजा गया। इस दौरान इनफ्लुएंसर ने अपनी कहानी साझा करते हुए बताया कि कैसे यूजर्स की नजर में वे कभी गिरे हुए लोग थे।
इनका यह भी कहना था कि सोशल मीडिया पर लाइक्स और व्यूज तब ही आते हैं जब कंटेंट सही और आकर्षक हो। इसके अलावा, ट्रोलर्स का ध्यान भी इस दौरान बढ़ता है। कई युवा तो व्यूज पाने के लिए काफी हद तक गए, यहां तक कि गंगा में डूबते-डूबते भी बाल-बाल बच गए। इनफ्लुएंसरों ने कहा कि जब तक पेन (पैसा) नहीं है, तब तक गेन (लाभ) भी नहीं होता।