वाराणसी । शारदीय नवरात्र का पर्व पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। देश की सांस्कृतिक राजधानी काशी में भी मजहबी एकता के साथ-साथ गंगा जमुनी तहजीब की एक अद्भुत तस्वीर देखी जा रही है। नवरात्र में कन्या पूजन का विशेष महत्व माना जाता है और इसी कड़ी में मुस्लिम समाज के लोगों ने वाराणसी में 108 कन्याओं का विधि विधान से पूजन किया ।
इसके अलावा वहां मौजूद लोगों ने बताया कि बीते 15 सालों से यह परंपरा निभाई जा रही है. जिसमें हिंदू और मुसलमान एक साथ मिलकर एक दूसरे के त्योहारों में पूरे उत्साह के साथ शामिल होते हैं।
15 सालों से निभा रहे हैं परंपरा
कन्या पूजन में शामिल शकील अहमद ने बातचीत के दौरान बताया कि नवरात्र पर्व पर वाराणसी के रामापुरा स्थित डायमंड पैलेस में 108 कन्याओं का विधि विधान से पूजन किया गया। इस दौरान छोटी-छोटी कन्याओं को चुनरी पहनाकर, चंदन लगाकर और उनकी आरती उतारते हुए भोग अर्पित किया गया।
उन्होंने कहा कि बीते 15 सालों से उत्तर प्रदेश भाईचारा कमेटी की तरफ से हिंदू मुसलमान एक दूसरे के त्योहारों में शामिल होते हैं और काशी की मजहबी एकता और गंगा जमुनी तहजीब की परंपरा को निभाते हैं। इस आयोजन में हिंदू मुस्लिम धर्म के सभी लोग शामिल हैं जिन्होंने कन्या पूजन करते हुए विश्व के कल्याण की कामना की हैं।
मातारानी से की देश की खुशहाली की कामना
कन्या पूजन कार्यक्रम शहर के एक निजी पैलेस में आयोजित किया गया था। कार्यक्रम में 108 कन्याओं का विधि विधान से पूजन किया गया। इस दौरान लोगों ने विश्व कल्याण के साथ- साथ भारत के उन्नति और खुशहाली की भी मां दुर्गा से प्रार्थना की। शारदीय नवरात्र पर वाराणसी के अलग-अलग जगहों से कन्या पूजन की तस्वीर आ रही है, जिसमें श्रद्धालु छोटी बच्चियों की विधिवत पूजा करते दिखाई दे रहे हैं और नवरात्र पर अपने व्रत का पारण कर रहे हैं।