बनारस न्यूज डेस्क: वाराणसी में गंगा का जलस्तर अब धीरे-धीरे घटने लगा है। बीते 24 घंटे में गंगा का जलस्तर 52 सेंटीमीटर कम हुआ है और फिलहाल यह गिरावट 3 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से जारी है। अस्सी घाट पर अब पूरी तरह सिल्ट (गाद) दिखने लगी है, जिसे हटाने के लिए नाविकों की टीम जुटी हुई है। हालांकि, नगर निगम ने अभी सफाई अभियान शुरू नहीं किया है, जिससे स्थानीय लोग नाराज हैं और तुरंत कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
गंगा में पानी घटने से तटवर्ती इलाकों के लोगों को थोड़ी राहत की उम्मीद तो है, लेकिन वरुणा नदी में अब भी गंगा का पलटा प्रवाह जारी है। इसकी वजह से वरुणा कछार क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। कई घरों में पानी घुस चुका है और लोग अपने घर छोड़कर सुरक्षित जगहों की ओर पलायन कर रहे हैं। बाढ़ का पानी धीरे-धीरे नए इलाकों में फैल रहा है, जिससे परेशानी और बढ़ रही है।
गुरुवार को गंगा का जलस्तर 68.34 मीटर दर्ज किया गया, जबकि एक दिन पहले यह 69.44 मीटर था। दशाश्वमेध घाट पर शाम होते-होते पानी छह सीढ़ियों तक उतर गया था। जैसे-जैसे पानी कम हुआ, घाटों पर गंदगी भी सामने आने लगी। इस दौरान कांवरियों और श्रद्धालुओं की भीड़ गंगा स्नान के लिए उमड़ी रही, जहां एनडीआरएफ की निगरानी में स्नान जारी रहा और सुरक्षा के लिए बैरिकेटिंग भी की गई।
सलारपुर, पुलकोहना, रसूलगढ़, रुप्पनपुर और दनियालपुर जैसे इलाकों में स्थिति अब भी चिंताजनक बनी हुई है। बाढ़ का पानी कई मकानों में भर चुका है, जिससे लोग बाउंड्री वॉल के सहारे अपने घरों में आने-जाने को मजबूर हैं। प्रशासन को इस संकट से निपटने के लिए त्वरित कदम उठाने की जरूरत है ताकि बचे हुए लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।