वाराणसी । काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) छात्र संघ की विरासत कूड़े की तरह से बिखरी पड़ी पाई गई है, तो कई महापुरुषों के तस्वीरों को दीमक खा गए है। करीबन 100 से ज्यादा तस्वीरें छात्र संघ भवन में सड़ रहीं हैं, जिसे देख छात्रों में नाराजगी है। इसे लेकर डीन ऑफ स्टूडेंट के साथ काफी काफी बहस भी हुई है। छात्रों ने डीन से इस संबध में शिकायत भी की है। छात्रों ने अपने शिकायत में कहा कि क्या यह BHU के गौरवशाली इतिहास और पुराने छात्रों के विरासत को मिटाने की कोशिश की जा रही है। साथ ही चेतावनी दी है कि इसे जल्द से जल्द सहेज कर रखा जाए, नहीं तो हम छात्र इसका विरोध करेंगे।
रिसर्चर छात्र अभिषेक सिंह 'काली' ने कहा, कूड़े की तरह फेंकी तस्वीरों को फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी की गई है। 5 अक्टूबर को हम लोग राजनीति के पितामह देवब्रत मजूमदार की जन्म जयंती मनाने वाले हैं। यह जयंती छात्र संघ भवन पर होनी है। इसी कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर जब हम छात्र भवन में पहुंचे और पूर्व छात्र संघ के सदस्यों की तस्वीरें मांगी तो कहा गया कि यहां कोई ऐसी तस्वीर नहीं है। जब वहां मौजूद कर्मचारियों से तस्दीक की तो पता चला कि सारी पुरानी तस्वीरें कूड़े के ढेर में मिली हुई हैं।
गोविंद मालवीय और नेहरू की फोटो भी मिली
छात्रों ने कहा, जब हम छात्रसंघ भवन में कूड़े के ढेर को पलटने लगे तो उसमें BHU के पूर्व कुलपति और पंडित मदन मोहन मालवीय के पुत्र गोविंद मालवीय, 1964 के BHU स्टूडेंट यूनियन, स्वामी अय्यर, जवाहर लाल नेहरू, BHU 1955 के इनॉगरल फंग्शन, छात्रसंघ कोषाध्यक्ष डॉ. महातिम गुप्त, 1970 में छात्रसंघ महामंत्री रमेश कुमार गुप्त और राजबलि पांडेय समेत कई नेताओं की तस्वीरें फेंकी हुई मिली।
कई महापुरुषों की तस्वीरें खा गए दीमक
वहीं, कई तस्वीरों को दीमक खा गए हैं, तो कई फोटो खराब हो गई है। विश्वविद्यालय प्रशासन के इस छात्र संघ भवन के साथ इतनी अनदेखी क्यों हो रही है। हमें इसका जवाब और सारी तस्वीरें फिर से सजी हुईं चाहिए।