वाराणसी। बीते शनिवार की सुबह बीएचयू अस्पताल के बाल रोग विभाग के सामने तीन दिन की नवजात बच्ची को फेंका गया था। सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद ये पता चला है कि बुर्का पहनकर आई महिला ने बच्ची को कुर्सी पर फेंका था। तस्वीर सामने आने के बाद पुलिस टीम के साथ ही बीएचयू की प्रॉक्टोरियल बोर्ड की टीम एक्टिव हो गई है। सीसीटीवी फुटेज में देखा गया है कि महिला अस्पताल के मेन गेट से बच्ची को गोद में लेकर अंदर आती है और कुर्सी पर रखकर तेजी से बाहर चली जाती है।
शनिवार की सुबह करीब 6:53 बजे बुर्का पहनी महिला अपने गोद में बच्ची को लेकर जिस समय अंदर आ रही है, वहां सड़क पर इक्का दुक्का लोग भी आते जाते दिखाई दे रहे हैं। इसके बाद भी महिला ने बिना सोचे समझे बच्ची को कुर्सी पर फेंका और चलती बनी। महिला कहां से बच्ची लेकर आई, क्यों उसने बीएचयू अस्पताल परिसर में ही फेंका। फिलहाल इसकी जानकारी नहीं मिल पा रही है। इस मामले में लंका थाने की पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके जांच तेज कर दी है।
दरअसल, अस्पताल परिसर में उमंग फार्मेसी के मुख्य काउंटर के गेट पर ही शनिवार की सुबह बच्ची लावारिस हाल में पड़ी थी। एमआरआई कक्ष में तैनात सफाई कर्मी शहनाज की उस पर नजर पड़ी तो उसने बच्ची को गोद में उठाया और फिर उसे सुरक्षाकर्मियों को सौंप दिया था। फिलहाल बच्ची का इलाज बाल रोग विभाग के पीडियाट्रिक इन्सेंटिव केयर यूनिट में चल रहा है। डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ की टीम उसकी निगरानी कर रही है। अस्पताल परिसर में नवजात बच्ची के कुर्सी पर फेंके जाने के मामले में लंका पुलिस की दो टीमें जांच में जुटी हैं। लंका थाना प्रभारी अश्विनी पांडेय का कहना है कि सीसी फुटेज में एक महिला के बच्ची लेकर आने के तस्वीर सामने आई है। लोगों से पूछताछ करके जानकारी जुटाई जा रही है।