वाराणसी। विश्व के प्राचीनतम शहर वाराणसी के रुद्राक्ष कन्वेंथशन सेंटर में 22 से 24 जुलाई 2023 तक इंटरनेशनल टेम्पिल्सक कन्वेंकशन एंड एक्सकपो (आईटीसीएक्स) का आयोजन होने जा रहा है। टेम्पल कनेक्ट (इंडिया) द्वारा विकसित यह विश्व का पहला आयोजन है जो केवल दुनिया भर में मंदिरों के प्रबंधन के प्रति समर्पित है। इस सम्मलेन में मंदिर पारितंत्र के प्रशासन, प्रबंधन और संचालन के विकास तथा सशक्तीकरण पर फोकस किया जाएगा।
मंदिरों से सम्बंधित जानकारियों के प्रलेखन, डिजिटलीकरण और वितरण के प्रति समर्पित प्रमुख प्लैटफॉर्म) के संस्थापक, गिरेश कुलकर्णी के साथ प्रसाद लाड (इंटरनेशनल टेम्पल्स कन्वेंशन एंड एक्सपो 2023 के चेयरमैन तथा महाराष्ट्र विधान परिषद् के सदस्य) और शो डायरेक्टर एवं को-क्यूरेटर मेघा घोष द्वारा की गई है। यह तीन-दिवसीय कार्यक्रम मंदिर प्रबंधन के सर्वोच्च पद पर आसीन समान सोच के अधिकारियों के बीच विचारों के खुले आदान-प्रदान, शिक्षण और बहुमूल्य परिज्ञान के लिए एक मंच प्रदान करेगा, जहाँ पूरे विश्व में पूजास्थल प्रधान की टीमों के लिए सर्वश्रेष्ठ कार्यपद्धतियों की स्थापना, सक्षमता और संवर्धन पर चर्चा और निर्णय होंगे।
यह सम्मलेन मंदिर पर्यटन और तीर्थाटन पारितंत्र में वृद्धि करेगा, इसे उचित रूप से ‘अतुल्य भारत” अभियान के अंतर्गत पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार का समर्थन प्राप्त है। आईटीसीएक्स का लक्ष्य नेटवर्किंग, ज्ञान को साझा करने और समकक्ष शिक्षण के लिए एक पारितंत्र का निर्माण और विकास करना है जो विभिन्न विषयों पर विशेषज्ञ संगोष्ठी, कार्यशालाओं और मास्टरक्लासेस से निकल कर आएगा। इसमें एक मजबूत और सम्बद्ध मंदिर समुदाय के पोषण के लिए साइबर हमलों से सुरक्षा और सोशल मीडिया प्रबंधन हेतु पूजास्थल की सुरक्षा, संरक्षा और चौकसी, निधि प्रबंधन, आपदा प्रबंधन, स्वच्छता, आरोग्य और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (आआई) जैसी आधुनिक टेक्नोएलॉजी का ज्यातदा से ज्या,दा प्रयोग शामिल हैं। इस सम्मलेन में तीर्थयात्री-अनुभव के तहत भीड़ और पंक्ति प्रबंधन, ठोस कचरा प्रबंधन, तथा बुनियादी सुविधा में सुधार जैसे विषयों पर भी चर्चा की जाएगी।
कहा कि, “आईटीसीएक्स सबसे प्राचीन पारितंत्रों में से एक, मंदिर पारितंत्र को मजबूत और सशक्त करने की दिशा में एक गंभीर प्रयास है। यह सम्मलेन अपने एकदम प्रथम संस्करण में ही इतने बड़े पैमाने और गंभीरता के साथ आयोजित सचमुच अपनी तरह की पहली घटना है। यह जानकारी के प्रसार के लिए एक बेहद जरूरी, स्थान प्रदान करेगा जहाँ विभिन्न मंदिर प्रबंधन एकत्र होकर एक-दूसरे से सीख सकते हैं, विशेषज्ञों से जुड़ सकते हैं और सहक्रियाओं का निर्माण कर सकते हैं जिससे स्थायी मंदिर विकास पर सकारात्मक प्रभाव पडेगा।” शो डायरेक्टर और को-फाउंडर, मेघा घोष ने कहा कि, “हम एक ऐसे समय में रह रहे हैं जहाँ पहल करना महत्वपूर्ण है। मंदिर प्रबंधन के लिए एक मंच तैयार करने का किसी ने प्रयास नहीं किया है, लेकिन हमेशा कोई न कोई एक प्रथम होता ही है। यह सम्मलेन हमारी समृद्ध मंदिर धरोहर में राष्ट्रीय गौरव की भावना को उजागर करता है। और यह समय आधुनिक टेक्नोलॉजी के द्वारा इसे सुरक्षा और समर्थन देने का समय है। हम समान मूल की चार धार्मिक आस्थाओं के साथ शुभारम्भ कर रहे हैं। आने वाले वर्षों में इस आन्दोलन में और अधिक धर्मों के शामिल होने से हमें खुशी होगी।” पंजीकृत दर्शकों के लिए टेम्पल कनेक्ट की वेबसाइट और फेसबुक लाइव के माध्यम से इस सम्मलेन का ऑनलाइन प्रसारण भी किया जाएगा।