वाराणसी । सनातन धर्म के खिलाफ उदयनिधि स्टालिन और बिहार के शिक्षामंत्री चंद्रशेखर द्वारा रामचरितमानस पर दिए गए विवादित बयान को लेकर सियासत गर्म होती दिखाई दे रही है, लोग इसका कड़ा विरोध जता रहे है।
वहीं इसी बीच वाराणसी पहुंचे कवि कुमार विश्वास ने भी सनातन धर्म पर टिप्पणी करने वालों पर पलटवार करते हुए कहा कि जिन्हें भी सनातन धर्म का थोड़ा सा भी ज्ञान है, वह ऐसी बातों से विचलित नहीं होते। राजनेता विचलित हो सकते हैं क्योंकि दोनों पक्षों के राजनेताओं को अपने-अपने वोट बैंकों की चिंता है।
लोगों से कह देता हूं कि ध्यान ना दें ऐसे बयान पर
उन्होंने कहा कि मैं इसे आनंद की दृष्टि से मुस्कुराते हुए देखता हूं कि यह ऐसी फौज है जो पहले भी आती रही है, पहले ये घोड़े पर चढ़ के आते रहे है और आजकल सभाओं और सदनों में चढ़कर आते है। मैं उसे विचलित नहीं होता हूं और लोगों से कह देता हूं कि ध्यान ना दें उनकी तरफ।
ना इससे चिंतित होता हूं, ना विचलित होता हूं
उन्होंने आगे कहा कि शक, कुषाण, डच, फ्रांसीसी, पुर्तगाल, मंगोल, पुर्तगाली इतने प्रकार की सभ्यताएं आती हैं, जो विध्वंस करके जाती है, तोड़ने को तोड़ती है। उसके बाद भी अगर एक वैचारिक, एक जीवन पद्धति, एक संस्कार एक आस्था विश्व के कोने-कोने में संजीवनी शक्ति के साथ जीवित है तो उसके अंदर निश्चित रूप से ईश्वर का अमृततत्व है, तो मैं ना इससे चिंतित होता हूं, ना विचलित होता हूं।