वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के सर सुंदरलाल हॅास्पिटल में सीसीटीवी फुटेज की मदद से दो महीनों के भीतर 100 बिचौलियों को चिन्हित किया है। इन बिचौलियों में किशोर, महिला और बुजुर्ग भी है। महिलाएं ज्यादातर एमसीएच विंग के आसपास घूमते है। वहीं किशोर और बुजुर्ग आसानी से पर्चा कटवाने से लेकर ओपीडी के बाहर तक मिल जाते है, इनका पहला टारगेट एंबुलेंस से आने वाले बाहर के परेशान मरीज होते है।
सूत्र बताते है की इस दलालों के निशाने पर बिहार, झारखंड या पूर्वांचल के दूरदराज से आने वाले पेशेंट होते है। पर्ची बनवाने के लिए लगने वाली लाइन से ही वह इलाज मिलने में देरी की बात कहते है और फिर इमरजेंसी में बेड न होने और पैथलॉजी की रिपोर्ट देरी में आने की बात बताकर झांसे में ले लेते है।
नवागत चीफ प्रॉक्टर प्रोफेसर शशि प्रकाश सिंह ने बताया कि बीएचयू अस्पताल में आने वाले मरीजों और उनके तीमारदारों की सुरक्षा के लिए समय-समय पर छापेमारी कर बिचौलियों और चोरों को पकड़ा जाता है।
बता दें कि यह दलाल मेडिकल, पैथलॉजी से लेकर निजी अस्पतालों तक की दलाली करते है। बीएचयू प्रशासन द्वारा इनके खिलाफ मौसमी अभियान तो चलाया जाता है, मगर कोई ठोस कार्रवाई न होने से वह मरीजों को बरगलाकर सामनेघाट, मडुवाडीह, डाफी, हाईवे स्थित निजी अस्पताल तक पहुंचा देते है, और फिर निजी अस्पताल के संचालक मनमाना बिल बनाकर मरीजों को लुटते है।