वाराणसी। बीते सोमवार को नगर निगम कार्यालय में हुई पांचवीं कार्यकारिणी की बैठक से मेयर अशोक तिवारी नाराज होकर वापस लौट गए। दरअसल, पिछली बैठकों में लिए गए निर्णयों पर चर्चा की गई। पूछा गया कि 1400 से ज्यादा दुकानों के आवंटन और नए दर से किराया लागू करने पर कुछ हुआ या नहीं? इस पर अधिकारी चुप्पी साधे रहे।
गृह कर की नई दरों और शहर की सफाई से जुड़े सवालों का जवाब भी दे सके। इसी तरह उपसभापति सुरेश चौरसिया ने सड़क, गली और सीवर पाइपलाइन की मरम्मत की जानकारी मांगी। नगर आयुक्त शिपू गिरि ने अधीनस्थों से जवाब देने के लिए कहा, लेकिन कोई सकारात्मक परिणाम सामने नहीं आया।
पार्षद सिंधु सोनकर ने पूछा कि जो कर वसूला गया, उसके ब्याज का क्या किया जा रहा। मदन मोहन दूबे ने 1.17 लाख भवन स्वामियों को नोटिस भेजने का मामला उठाया, लेकिन निराशा हाथ लगी। इस पर मेयर ने अधिकारियों को खरीखोटी सुनाई और नाराज होकर उठकर चले गए।
बता दें कि, पूरी कार्यवाही 30 मिनट में ही खत्म हो गई। अब 11 अक्तूबर को बैठक होगी। इसमें अधिकारियों को पूरी तैयारी के साथ आने को कहा गया है।