बनारस न्यूज डेस्क: उत्तर प्रदेश में मौसम का मिजाज बदल रहा है। पश्चिमी विक्षोभ और बंगाल की खाड़ी से उठने वाली हवाओं के प्रभाव से राज्य के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों में बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने 7 जिलों में बारिश और 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाओं का अलर्ट जारी किया है। हल्की बूंदाबांदी के साथ तापमान में अस्थायी गिरावट देखी जा रही है, लेकिन पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के खत्म होने के बाद तापमान में फिर से बढ़ोतरी होगी।
बीते 24 घंटों में प्रयागराज सबसे गर्म जिला रहा, जहां अधिकतम तापमान 36.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि कानपुर सबसे ठंडा रहा, जहां न्यूनतम तापमान 12.4 डिग्री सेल्सियस रहा। बीएचयू के मौसम वैज्ञानिक प्रो. मनोज कुमार श्रीवास्तव के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता अब कम हो रही है, जिससे उत्तर प्रदेश के अधिकतर जिलों में मार्च के अंत तक तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार जा सकता है।
मौसम में आए इस बदलाव से किसानों की चिंता बढ़ गई है। पकी हुई गेहूं की फसल और खेतों में कटी सरसों को बारिश और तेज हवाओं से बचाने के लिए किसान तरह-तरह के इंतजाम कर रहे हैं। कई किसान खेतों में जल निकासी की व्यवस्था कर रहे हैं ताकि बारिश का पानी फसलों को नुकसान न पहुंचाए। मौसम वैज्ञानिक मुकेश चंद्र ने भी आगाह किया कि इस समय तेज हवा और बारिश से फसलों को बड़ा नुकसान हो सकता है, इसलिए किसानों को सतर्क रहने की जरूरत है।