वाराणसी । हनीट्रैप का मामला फिर सामने आया , जिसमें एक महिला ने शादीशुदा व्यक्ति पर यौनशोषण का आरोप लगाते हुए मोटी रकम की डिमांड की है। पांडेयपुर क्षेत्र की रहने वाली महिला ने विकास यादव और उसके दोस्त संदीप यादव पर दुष्कर्म समेत मारपीट और धमकी का आरोप लगाते हुए वाराणसी कमिश्नरेट की पुलिस से शिकायत की है। बताया जा रहा है जिस महिला ने पुलिस से दुष्कर्म मामले में न्याय की गुहार लगाई है, वह पहले से ही विवादित है। उसके ऊपर वाराणसी के विभिन्न थानों में कई मुकदमे दर्ज हैं।
विकास और उसके भाई संदीप यादव वाराणसी के मंगला गौरी मंदिर के पास जनरल स्टोर व माला-फूल की दुकान चलाते हैं। जब विकास और उसके परिवार के लोगों को उक्त महिला के आरोपों का पता लगाया, तो उन्होंने उस महिला के बारे में पता लगाया। उन्हें जानकारी मिली कि उक्त महिला के खिलाफ वाराणसी के चेतगंज, लक्सा और भदोही जनपद के थाने में पहले से ही लूट समेत कई मुकदमे दर्ज हैं। विकास की बहन ममता यादव सोमवार को पत्रकारों से बातचीत में इसकी जानकारी दी। ममता और उनके परिवार का आरोप है कि उक्त महिला लोगों को हनीट्रैप के जाल में फंसाकर रुपए ऐंठने का काम करती है। महिला ने युवक पर झूठा आरोप लगाया कि उसने शादी का झांसा देकर उसके साथ 11 वर्षों तक दुष्कर्म किया। जबकि महिला और विकास का ननिहाल है। विकास मंगला गौरी क्षेत्र के निवासी हैं। वहीं उक्त महिला का घर भी पंचगंगा घाट के समीप है। महिला ने रसूखदार परिवार देख विकास को अपना निशाना बनाया। जबकि विकास का उससे कोई लेना देना नहीं है। न ही विकास की कभी उक्त महिला से कभी फ़ोन पर बात हुई।
विकास की बहन ने ममता ने बताया कि उक्त महिला के दो बच्चे भी हैं। वह विकास पर झूठा आरोप लगाकर रुपए ऐंठना चाहती है। जिसके लिए उक्त महीले ने विकास और उसके दोस्त संदीप के खिलाफ घर में घुसकर मारपीट करने के झूठे आरोप में पांडेयपुर थाने में FIR भी दर्ज कराया है। जबकि उस महिला के खिलाफ खुद लक्सा थाने में दो, और 2016 में चेतगंज और भदोही में भी मुकदमे दर्ज हैं। आरोप है कि महिला का एक पूरा संगठित गैंग है जो युवाओं को अपने जाल में फंसाकर उनका आर्थिक शोषण करता है।
विकास के परिवार का कहना है कि महिला ने इसके पहले भी कई लड़कों को हनी ट्रैप के जाल में फंसाकर पैसे ऐंठे हैं। इससे जुड़ा एक मामला चेतगंज थाने में दर्ज भी है। महिला पहले सोशल मीडिया के जरिए युवकों को फंसाकर उनसे दोस्ती करती है। फिर आर्थिक मदद के नाम पर उनसे मोटी रकम ऐंठती है। जब विकास के खिलाफ जांच में कोई सबूत नहीं मिला तो महिला ने सोशल मीडिया के जरिए परिवार के खिलाफ गलत बोलना शुरु कर दिया। इससे परिवार की काफी मानहानी हुई। ममता यादव ने कहा कि पुलिस भी अभी तक महिला के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। मजबूरन हमें प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर हमारे साथ जो हो रहा उसे बताना पड़ रहा है। ताकि मेरे भाई और मेरे परिवार के साथ न्याय हो सके। उक्त महिला ने सोमवार को भी परिवार पर गलत आरोप लगाए हैं। पुलिस प्रशासन से प्रार्थना है कि उक्त महिला के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करें ताकि हमें न्याय मिल सके। मामले को लेकर पुलिस उपायुक्त ममता रानी ने बताया कि पूरा प्रकरण संज्ञान में है जांच की जा रही है जांच के बाद कार्यवाही की जाएगी।