भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही प्रतिष्ठित एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी अब अपने निर्णायक मोड़ पर पहुंच गई है। इस पांच मैचों की सीरीज में फिलहाल टीम इंडिया 2-1 से पीछे चल रही है, और सीरीज अपने अंतिम दो टेस्ट मैचों के लिए तैयार है। ऐसे में भारत के लिए यह अब ‘करो या मरो’ की स्थिति बन चुकी है। सीरीज जीतने के लिए भारत को शेष दोनों मुकाबले जीतने होंगे। हालांकि मौजूदा फॉर्म और खिलाड़ियों की फिटनेस को देखते हुए यह चुनौती आसान नहीं मानी जा रही है।
लेकिन भारत के पूर्व क्रिकेटर सुरेश रैना को अभी भी अपनी टीम पर पूरा भरोसा है। रैना का मानना है कि टीम इंडिया के पास ऐसे कुछ खिलाड़ी हैं जो अकेले दम पर मैच का रुख पलटने की काबिलियत रखते हैं। उन्होंने भरोसा जताया है कि भारत इन परिस्थितियों से उबरते हुए सीरीज जीत सकता है।
अब तक बेहद रोमांचक रही है सीरीज
यह टेस्ट सीरीज अब तक काफी उतार-चढ़ाव भरी रही है। भारत ने पहला टेस्ट मैच जीतकर बढ़त बनाई, लेकिन दूसरे में इंग्लैंड ने वापसी की। तीसरे टेस्ट में फिर भारत ने बाज़ी मारी, लेकिन चौथे टेस्ट में लॉर्ड्स के मैदान पर इंग्लैंड ने भारत को शिकस्त देकर 2-1 की बढ़त बना ली। अब पांचवां टेस्ट मैनचेस्टर में होना है, जहां भारत को वापसी की उम्मीदें हैं।
सुरेश रैना ने सीरीज के इस उतार-चढ़ाव भरे सफर को लेकर कहा,
“भारत जीता, फिर हारा, फिर जीता, फिर हारा... लेकिन एक खिलाड़ी के तौर पर शुभमन गिल ने कमाल किया है। उन्होंने ज़रूरी मौकों पर रन बनाए हैं। वाशिंगटन सुंदर का प्रदर्शन सराहनीय रहा है और जसप्रीत बुमराह की गेंदबाज़ी शानदार रही है।”
रैना ने यह भी कहा कि भारत के पास अभी भी जीतने का आत्मविश्वास और सामर्थ्य है। टीम के पास ऐसे खिलाड़ी मौजूद हैं जो अकेले दम पर मैच पलट सकते हैं।
गिल, बुमराह और पंत से उम्मीद
रैना ने जिन खिलाड़ियों के नाम गिनाए, वे मौजूदा टीम इंडिया की रीढ़ की हड्डी माने जाते हैं। उन्होंने कहा कि शुभमन गिल, जो बल्लेबाज और कप्तान दोनों रूप में शानदार भूमिका निभा रहे हैं, इस सीरीज के निर्णायक क्षणों में बड़ा प्रदर्शन कर सकते हैं। गिल की तकनीकी दक्षता और संयम इंग्लैंड की पिचों पर भारत के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है।
इसके साथ ही रैना ने तेज़ गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह की तारीफ करते हुए कहा कि उनकी गेंदबाज़ी में वो धार है जो किसी भी बल्लेबाजी क्रम को ध्वस्त कर सकती है। लॉर्ड्स टेस्ट में भले ही भारत हार गया हो, लेकिन बुमराह की कसी हुई गेंदबाजी ने इंग्लैंड को परेशान जरूर किया था।
रैना ने विकेटकीपर-बल्लेबाज़ ऋषभ पंत की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि,
“ऋषभ ने बहुत अलग अंदाज़ में बल्लेबाज़ी की है और उनकी विकेटकीपिंग भी शानदार रही है। वह दबाव की स्थितियों में भारत को उबार सकते हैं।”
सलामी जोड़ी और मिडल ऑर्डर की भूमिका अहम
रैना ने टीम की सलामी जोड़ी की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि केएल राहुल और यशस्वी जायसवाल की जोड़ी ने टीम को मजबूत शुरुआत दी है। खासकर राहुल ने कठिन परिस्थितियों में धैर्य के साथ बल्लेबाजी की है। मिडल ऑर्डर में पंत और गिल की भूमिका निर्णायक होगी, जो इंग्लैंड के तेज़ गेंदबाज़ों के खिलाफ मोर्चा संभाल सकते हैं।
टीम इंडिया में है ‘दृढ़ता और इच्छाशक्ति’
रैना ने टीम इंडिया की जुझारूपन की तारीफ करते हुए कहा कि,
“इस टीम में इच्छाशक्ति है, दृढ़ता है और संघर्ष करने का जज़्बा है। मुझे यकीन है कि खिलाड़ी इन दो मैचों में अपना सर्वश्रेष्ठ देंगे और भारत इस ट्रॉफी को जीतकर इतिहास रचेगा।”
निष्कर्ष: सबकी निगाहें मैनचेस्टर टेस्ट पर
अब भारत के पास सीरीज में वापसी करने का अंतिम मौका है। मैनचेस्टर टेस्ट भारत के लिए निर्णायक साबित होगा। अगर टीम वहां जीतती है, तो अंतिम टेस्ट एक फाइनल मुकाबले जैसा बन जाएगा। सुरेश रैना की उम्मीदें और समर्थन एक सकारात्मक संकेत हैं कि भारत क्रिकेट के इस कठिन पड़ाव से भी पार पा सकता है।
अब देखना होगा कि गिल, बुमराह, पंत, राहुल और अन्य खिलाड़ी टीम इंडिया को जीत की राह पर ले जाते हैं या नहीं। लेकिन एक बात तो तय है – भारतीय क्रिकेट प्रेमियों को आने वाले टेस्ट मुकाबलों में भरपूर रोमांच मिलने वाला है।