भारत और अमेरिका के बीच टैरिफ विवाद पहले से ही तनावपूर्ण बना हुआ था, लेकिन अब अमेरिका ने भारत समेत दुनिया के कई देशों को एक और झटका दे दिया है। अमेरिका ने कमर्शियल ट्रक ड्राइवरों को दिए जाने वाले वर्कर वीजा पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने का फैसला किया है। यह फैसला उस फ्लोरिडा हादसे के बाद आया है, जिसमें भारतीय मूल के एक ट्रक ड्राइवर की लापरवाही के चलते तीन लोगों की मौत हो गई थी।
क्यों लिया गया यह कठोर फैसला?
अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने अपने आधिकारिक X हैंडल पर जानकारी साझा करते हुए बताया कि अब विदेशी ट्रक ड्राइवरों को वर्कर वीजा नहीं दिया जाएगा। रुबियो ने लिखा:
“अमेरिका की सड़कों पर विदेशी ड्राइवरों द्वारा ट्रक चलाना अब लोगों की जान के लिए खतरा बनता जा रहा है। साथ ही, इससे अमेरिकी नागरिकों की नौकरियों पर भी संकट मंडरा रहा है।”
इस फैसले का प्रभाव भारत, मैक्सिको, फिलीपींस, पाकिस्तान जैसे देशों के हजारों वीजा आवेदकों पर पड़ेगा, जो अमेरिका में ट्रक ड्राइविंग के जरिए आजीविका कमाने की योजना बना रहे थे।
फ्लोरिडा में हुआ था दर्दनाक सड़क हादसा
इस पूरे घटनाक्रम की जड़ में है हरजिंदर सिंह नाम का एक भारतीय ट्रक ड्राइवर, जिसे अमेरिका के गृह रक्षा विभाग (DHS) ने गिरफ्तार किया है। रिपोर्ट के मुताबिक, हरजिंदर सिंह ने फ्लोरिडा में ट्रक को गलत दिशा में मोड़ा, जिसके कारण एक भीषण दुर्घटना हो गई। इस हादसे में तीन लोगों की जान चली गई और हाईवे कई घंटों तक पूरी तरह जाम रहा।
इससे भी चौंकाने वाली बात यह सामने आई कि हरजिंदर सिंह को कैलिफोर्निया DMV (Department of Motor Vehicles) द्वारा अवैध तरीके से कमर्शियल ड्राइविंग लाइसेंस जारी किया गया था।
अमेरिकी प्रशासन की सख्त प्रतिक्रिया
अमेरिका की गृह सुरक्षा सचिव क्रिस्टी नोएम ने भी इस मसले पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि:
“हम DHS के साथ मिलकर काम कर रहे हैं ताकि अवैध तरीके से लाइसेंस बनवाने की प्रक्रियाओं को खत्म किया जा सके। यह सिर्फ एक ट्रैफिक दुर्घटना नहीं, बल्कि अमेरिका की सुरक्षा और संरचना के लिए खतरा है।”
5.50 करोड़ वीजा की समीक्षा का एलान
इस फैसले के साथ-साथ अमेरिका की ट्रंप सरकार ने एक और बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने 5.50 करोड़ वीजा होल्डर्स की समीक्षा (Review Process) की घोषणा की है। इसके तहत:
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वीजा नियमों का उल्लंघन करने वालों की जांच होगी।
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जिनका व्यवहार संदिग्ध है या वीजा अवधि समाप्त होने के बाद भी देश में रुके हुए हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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कुछ को निर्वासित, कुछ को चेतावनी और कुछ के वीजा रद्द या निलंबित किए जा सकते हैं।
भारत पर असर
भारत उन शीर्ष देशों में शामिल है जहां से हजारों लोग हर साल अमेरिका में ड्राइविंग, ट्रांसपोर्ट और लॉजिस्टिक्स सेक्टर में काम करने के लिए वर्कर वीजा पर जाते हैं। यह रोक न केवल भारतीय ड्राइवरों के लिए एक बड़ा झटका है, बल्कि भारत-अमेरिका व्यापार और रोजगार संबंधों को भी प्रभावित कर सकती है।
निष्कर्ष
अमेरिका द्वारा उठाया गया यह कदम निश्चित रूप से सख्त है, लेकिन अमेरिकी प्रशासन इसे जन सुरक्षा और स्थानीय रोजगार की रक्षा के रूप में देख रहा है। वहीं भारत और अन्य देशों के लिए यह चिंता का विषय बन गया है, क्योंकि इससे हजारों लोगों के सपनों और करियर पर असर पड़ सकता है। आने वाले हफ्तों में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या यह फैसला स्थायी होता है या इसमें कोई नरमी आती है।