मुंबई, 17 दिसंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। सीरिया में विद्रोही गुट HTS (हयात तहरीर अल-शाम) के नेता अबु जुलानी ने कहा कि वे संगठन से जुड़े लड़ाकों को सेना में भर्ती कराएंगे। इसके लिए लड़ाकों को ट्रेनिंग भी दी जाएगी। HTS सीरिया में सुन्नी लड़ाकों का एक गुट है जिसने 8 दिसंबर को राजधानी दमिश्क पर कब्जा कर लिया था, जिसके बाद राष्ट्रपति असद को देश छोड़कर रूस भागना पड़ा था। मॉस्को टाइम्स के मुताबिक अबु जुलानी ने कहा कि हम सीरिया के सभी अल्पसंख्यक लोगों से कहना चाहते हैं कि हमारे लड़ाके कानून का पालन करते हुए आम लोगों की रक्षा करेंगे। जुलानी ने अल्पसंख्यकों को यकीन दिलाया कि देश में उनके हितों की रक्षा की जाएगी। उन्होंने देश के लोगों को एकजुट रहने की अपील की। जुलानी ने कहा कि सीरिया के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों को हटा दिया जाना चाहिए ताकि दूसरे देशों में रह रहे शरणार्थी वापस घर लौट सकें। अबु जुलानी ने ब्रिटेन के साथ संबंध सुधारने की बात कही। BBC के मुताबिक ब्रिटिश राजनयिकों और HTS से जुड़े नेताओं के बीच सोमवार को बातचीत हुई है।
दरअसल, पिछले हफ्ते ब्रिटिश सरकार ने कहा कि वे HTS पर लगे आतंकवादी संगठन का दर्जा हटाने पर विचार कर रहे हैं। ब्रिटिश पीएम कीर स्टार्मर ने भी इसे लेकर कहा था कि HTS को लेकर बहुत जल्दबाजी में फैसला लिया गया। ब्रिटेन ने साल 2017 में HTS पर बैन लगा दिया था। अमेरिका ने इसके एक साल बाद इस पर बैन लगाया। HTS को आतंकी संगठन अल कायदा का पूर्व सहयोगी माना जाता है। हालांकि HTS यह दावा कर चुका है कि उसका इससे कोई संबंध नहीं है। HTS पर अभी भी मानवाधिकारों के हनन का आरोप लग चुका है, जिसमें ईशनिंदा और व्यभिचार के लिए फांसी की सजा देने का आरोप है।