हमारे देश में अभिव्यक्ति की आज़ादी सबको हैं सो किसी भी फ़िल्म को बैन करना कहाँ तक सही हैं ?
स्पेशल ऑप्स से के. के. मेनन
स्कैम 1992 से प्रतिक गाँधी
असुर से अरशद वारसी
जामताड़ा से स्पर्श श्रीवास्तव
आश्रम से बॉबी देओल
मिर्ज़ापुर 2 से पंकज त्रिपाठी
पाताल लोक से जयदीप अहलावत