ताजा खबर

क्या नोज में छेद होने से गिर सकता है प्लेन, जानें टर्बुलेंस सफर के लिए कितना खतरनाक?

Photo Source :

Posted On:Friday, May 23, 2025

हाल ही में इंडिगो एयरलाइंस की एक फ्लाइट में ऐसी घटना घटी, जिसने यात्रियों की जान सांसत में डाल दी। विमान के नोज कोन (nose cone) में उड़ान के दौरान ओलों की बौछार के कारण छेद हो गया। नतीजतन, पायलट को विमान की इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी। हालांकि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन इसने एयर ट्रैवल की सुरक्षा और विमान की बनावट को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।


नोज कोन में छेद से क्यों नहीं गिरता विमान?

एविएशन एक्सपर्ट्स के मुताबिक, नोज कोन में हुआ छेद भले ही चिंताजनक हो, लेकिन इससे विमान सीधे दुर्घटनाग्रस्त नहीं होता। विमान के डिजाइन में मल्टी-लेयर सिक्योरिटी और बैकअप सिस्टम होते हैं। नोज कोन में रडार, मौसम सेंसर और नेविगेशन सिस्टम लगे होते हैं, इसलिए यदि इसमें भारी क्षति हो जाए तो पायलट को विमान को नियंत्रित करने में दिक्कत आ सकती है। हालांकि, ऐसे मामलों में पायलट अतिरिक्त सावधानी बरतते हुए विमान को सुरक्षित रूप से उतारने की कोशिश करता है।


प्लेन किस मटेरियल से बनते हैं?

हवाई जहाज को हल्का, मजबूत और टिकाऊ बनाने के लिए कई प्रकार की सामग्रियां प्रयोग में लाई जाती हैं:

  • मुख्य ढांचा: एल्यूमीनियम मिश्र धातु (Aluminum Alloy) से बना होता है, जो हल्का और मजबूत होता है।

  • इंजन और संरचना: टाइटेनियम और कार्बन फाइबर कंपोजिट से बनती है जो उच्च तापमान और प्रेशर को सहने में सक्षम होती है।

  • विंग्स और लैंडिंग गियर: कार्बन फाइबर और स्टील-टाइटेनियम से बनाए जाते हैं।

  • टायर: नाइट्रोजन गैस से भरे नायलॉन और सिंथेटिक रबर से बनते हैं।


क्या होता है टर्बुलेंस और कितना खतरनाक होता है?

टर्बुलेंस एक अस्थिर वायुमंडलीय स्थिति है, जब हवा की दिशा या स्पीड अचानक बदल जाती है। इससे विमान हिलने लगता है, जिससे यात्रियों को झटके लग सकते हैं।

विशेषज्ञों के अनुसार, ज़्यादातर टर्बुलेंस सामान्य होते हैं और पायलट इन्हें आसानी से संभाल लेते हैं।

टर्बुलेंस के प्रकार:

  • जेट स्ट्रीम टर्बुलेंस: तेज गति से बहती ऊंचाई वाली हवाएं।

  • माउंटेन वेव टर्बुलेंस: पहाड़ी इलाकों से टकराकर बनी वायु धाराएं।

  • क्लियर एयर टर्बुलेंस: बिना किसी दृश्य संकेत के आने वाला हिलाना।

बचाव के उपाय:

  • हमेशा सीट बेल्ट बांधकर रखें।

  • क्रू के निर्देशों का पालन करें।

  • टर्बुलेंस के दौरान सीट से न उठें।


क्या होता है नोज कोन?

नोज कोन विमान का आगे का हिस्सा होता है। इसका कार्य हवा के प्रतिरोध को कम करना और विमान को स्थिर बनाना होता है। इसमें कई अहम उपकरण लगे होते हैं जैसे:

  • रडार

  • मौसम सेंसर

  • नेविगेशन सिस्टम

छेद होने पर ये सिस्टम खराब हो सकते हैं। इसलिए नोज कोन की स्थिति उड़ान सुरक्षा में अहम भूमिका निभाती है।


निष्कर्ष:

इंडिगो विमान की इस घटना ने दिखा दिया कि आधुनिक विमानों की सुरक्षा प्रणाली कितनी सुदृढ़ है। हालांकि, ऐसे हादसे यात्रियों के लिए डरावने जरूर होते हैं, लेकिन तकनीकी विशेषज्ञता और पायलट की तत्परता की वजह से हादसों को टाला जा सकता है। हवाई यात्रा आज भी दुनिया के सबसे सुरक्षित यातायात माध्यमों में गिनी जाती है, बशर्ते सुरक्षा नियमों का पालन किया जाए।


बनारस और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. banarasvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.