पिछले कुछ हफ्तों से नेपाल में जारी Gen-Z आंदोलन ने देश की राजनीतिक स्थिरता को हिला कर रख दिया था। सड़कों पर प्रदर्शन, इंटरनेट ब्लैकआउट और राजनीतिक नेताओं के खिलाफ व्यापक असंतोष के चलते नेपाल की राजधानी काठमांडू और अन्य प्रमुख शहरों में हालात तनावपूर्ण बने हुए थे। लेकिन अब धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो रही है और जनजीवन वापस पटरी पर लौट रहा है। इस बीच, भारत सरकार ने नेपाल की यात्रा करने वाले भारतीय नागरिकों के लिए एडवाइजरी (Travel Advisory) जारी की है।
भारत की ओर से सावधानी की अपील
भारत स्थित काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास ने 20 सितंबर 2025 को एक आधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा:
“पिछले एक सप्ताह में नेपाल की स्थिति में काफी सुधार हुआ है। सड़क परिवहन, बाजार और हवाई यातायात अब सामान्य रूप से संचालित हो रहे हैं।”
हालांकि, दूतावास ने भारतीय नागरिकों से आग्रह किया है कि वे यात्रा के दौरान पूर्ण सतर्कता बरतें और स्थानीय अधिकारियों या भारतीय दूतावास द्वारा जारी किसी भी तरह की सलाह या अपडेट का पालन करें।
हेल्पलाइन नंबर और संपर्क विवरण
किसी भी आपातकालीन स्थिति में सहायता के लिए दूतावास ने हेल्पलाइन नंबर और ईमेल जारी किए हैं:
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व्हाट्सएप कॉल हेल्पलाइन: +977-9808602881
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स्थायी आपातकालीन नंबर: +977-9851316807
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हेल्पलाइन ईमेल: helpdesk.eoiktm@gmail.com
दूतावास ने स्पष्ट किया है कि यदि नेपाल में कोई भी भारतीय नागरिक संकट में हो, तो वह इन नंबरों या ईमेल के माध्यम से सीधे संपर्क कर सहायता प्राप्त कर सकता है।
Gen-Z आंदोलन: क्या है इसका मूल कारण?
नेपाल में हाल में जो Gen-Z आंदोलन हुआ, वह मुख्य रूप से युवा पीढ़ी द्वारा शिक्षा, रोजगार और अभिव्यक्ति की आज़ादी को लेकर उठाई गई आवाज थी। आंदोलनकारियों का कहना था कि वर्तमान सरकार उनकी आवाज़ नहीं सुन रही और न ही कोई प्रभावी नीतिगत बदलाव कर रही है।
कई छात्र संगठनों और युवा समूहों ने काठमांडू और पोखरा जैसे शहरों में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन किए। इस दौरान कुछ जगहों पर हिंसा और तोड़फोड़ भी हुई, जिसके बाद पुलिस कार्रवाई में कई लोगों की जान गई।
🇳🇵 नेपाल सरकार की प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहाल ‘प्रचंड’ के नेतृत्व वाली सरकार ने हालात पर नियंत्रण पाने के लिए कई संवादात्मक प्रयास किए हैं। वहीं, सरकार ने उन प्रदर्शनकारियों के परिजनों को 10 लाख नेपाली रुपये मुआवजा देने का ऐलान भी किया है जिनकी जान आंदोलन के दौरान गई।
🇮🇳 भारत की कूटनीतिक सतर्कता
भारत ने अपने नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए एडवाइजरी जारी कर यह संकेत दिया है कि वह नेपाल की स्थिति पर करीबी नजर बनाए हुए है। दोनों देशों के बीच खुली सीमाएं और घनिष्ठ संबंध होने के चलते किसी भी अस्थिरता का असर भारत के सीमावर्ती राज्यों पर भी पड़ सकता है।
निष्कर्ष
नेपाल में हालात भले ही सामान्य होते दिखाई दे रहे हों, लेकिन भारत सरकार ने अपने नागरिकों से सावधानीपूर्वक यात्रा करने की अपील की है। ट्रैवल एडवाइजरी, हेल्पलाइन और दूतावास की सक्रियता यह दिखाती है कि भारत किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।