बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण के लिए आज 121 सीटों पर मतदान शुरू हो गया है। सुबह 7 बजे वोटिंग शुरू होने के कुछ ही देर बाद, इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) में तकनीकी खराबी की खबरें सामने आने लगीं, जिससे कई महत्वपूर्ण बूथों पर मतदान प्रक्रिया बाधित हो गई। राज्य की कम से कम 10 विधानसभा सीटों पर ईवीएम खराब होने की सूचना मिली है, जिसके कारण वोटर्स को लंबी कतारों में इंतजार करना पड़ा और चुनाव आयोग को तत्काल कार्रवाई करनी पड़ी।
इन सीटों पर मतदान हुआ प्रभावित
तकनीकी समस्याओं ने दानापुर, मधेपुरा और राघोपुर जैसी प्रमुख सीटों पर मतदान की गति को धीमा कर दिया।
दानापुर (बूथ नंबर 196): यहाँ ईवीएम खराब होने के कारण वोटिंग में रुकावट आई। आधे घंटे की देरी के बाद मतदान फिर से शुरू हो सका।
बख्तियारपुर (बूथ नंबर 316): ईवीएम में खराबी के चलते मतदान केंद्र पर लंबी कतारें लग गईं, जिससे मतदाताओं में असुविधा दिखी।
राघोपुर: इस हाई-प्रोफाइल सीट के एक बूथ पर भी ईवीएम खराब होने के कारण मतदान को रोकना पड़ा।
मनेर (बूथ संख्या 379): पटना के मनेर विधानसभा के बिहटा प्रखंड के बेला पंचायत के चौरा गोपालपुर गांव स्थित बूथ पर एक घंटे से अधिक समय तक ईवीएम खराब रहने से लोगों में खासी नाराजगी देखने को मिली।
ईवीएम में आई इन शुरुआती दिक्कतों के बावजूद, 9 बजे तक राज्य में 13.13% मतदान दर्ज किया गया, जो मतदाताओं के उत्साह को दर्शाता है।
चुनाव आयोग ने लिया संज्ञान, तत्काल बदला जा रहा EVM
तकनीकी खराबी की खबरों पर बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (CEO) विनोद सिंह गुंजीयाल ने संज्ञान लिया है। उन्होंने पुष्टि की कि कुछ जिलों में ईवीएम खराब होने की सूचनाएं मिली हैं। सीईओ विनोद सिंह गुंजीयाल ने कहा, "कुछ जिलों में ईवीएम के खराब होने की खबर आई है, तत्काल ईवीएम को बदला जा रहा है। मतदान शांतिपूर्वक चल रहा है। सभी मतदान केंद्रों पर भारी संख्या में पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल को लगाया गया है। हम लोगों से अपील करते हैं कि अधिक से अधिक संख्या में निकलें और आकर अपने मताधिकार का प्रयोग करें।" चुनाव आयोग का त्वरित कदम यह सुनिश्चित करने पर केंद्रित है कि तकनीकी बाधाओं के कारण कोई भी मतदाता अपने अधिकार से वंचित न हो। ख़राब ईवीएम को तुरंत बदलने की प्रक्रिया जारी है ताकि मतदान जल्द से जल्द सामान्य हो सके।
सुरक्षा व्यवस्था और राजनीतिक घटनाक्रम
मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं, जिसके लिए भारी संख्या में बिहार पुलिस के जवान और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) को तैनात किया गया है। हालांकि, मतदान के शुरुआती घंटों में एक राजनीतिक घटनाक्रम भी सामने आया है। बिहार पुलिस ने 4 BJP कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है, हालांकि, इस हिरासत की वजह का स्पष्ट खुलासा अभी नहीं हो पाया है। इस बीच, कुछ मतदान केंद्रों पर महिलाओं ने वोट डालने से रोके जाने की शिकायत की है, हालांकि चुनाव आयोग ने स्पष्ट कर दिया है कि 12 प्रकार के डॉक्यूमेंट दिखाकर मतदाता मतदान कर सकते हैं।
पहले चरण के इस मतदान में जहाँ एक ओर मतदाताओं में भारी उत्साह देखने को मिला है—जिसके तहत बुजुर्ग महिला को परिवार गोद में उठाकर पोलिंग बूथ तक लाया—वहीं दूसरी ओर ईवीएम की खराबी ने आयोग के सामने सुचारू मतदान सुनिश्चित करने की चुनौती पेश की है। चुनाव आयोग लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है और मतदाताओं से बिना किसी डर के मतदान करने की अपील कर रहा है।