बनारस न्यूज डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8 नवंबर को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दौरे पर रहेंगे, जहां वे काशी–खजुराहो वंदेभारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे और कई विकास परियोजनाओं की शुरुआत करेंगे। इस बीच काशीवासियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी आई है—प्रधानमंत्री कार्यालय ने उत्तर प्रदेश की अब तक की सबसे लंबी एलिवेटेड रोड के निर्माण को मंजूरी दे दी है। यह परियोजना शहर के ट्रैफिक सिस्टम में बड़ा बदलाव लाने वाली मानी जा रही है।
यह नई सड़क वरुणा नदी के किनारे लगभग 21 किलोमीटर लंबी होगी और हरहुआ–राजातालाब रिंग रोड को सीधे नमो घाट से जोड़ेगी। इसके बनने के बाद लखनऊ, जौनपुर और प्रयागराज से आने वाले श्रद्धालु बिना शहर की जाम भरी गलियों में फंसे सीधे घाटों और श्री काशी विश्वनाथ मंदिर तक पहुंच सकेंगे। इससे न केवल श्रद्धालुओं को सुविधा होगी, बल्कि शहर का ट्रैफिक बोझ भी काफी कम होगा।
इस प्रोजेक्ट की योजना 2019 में शुरू हुई थी, जब इसे सिटी ट्रांसपोर्ट सिस्टम से जोड़ने की बात चली थी। शुरुआत में यहां ई-रिक्शा आधारित परिवहन व्यवस्था की योजना थी, लेकिन बाढ़ की समस्या के कारण यह ठप पड़ गई। बाद में 2022 में एलीवेटेड रोड का सर्वे किया गया, लेकिन अत्यधिक खर्च के चलते इसे रोकना पड़ा। अब 4100 करोड़ रुपये की लागत से इस परियोजना को राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के जरिए पूरा किया जाएगा।
यह सड़क कचहरी, चौकाघाट, पक्कापुल और कोनिया जैसे भीड़भाड़ वाले इलाकों से होकर गुजरेगी। वर्तमान में उत्तर प्रदेश की सबसे लंबी एलिवेटेड रोड गाजियाबाद की हिंडन रोड है, जिसकी लंबाई करीब 10 किलोमीटर है, लेकिन वरुणा कॉरिडोर उससे दोगुना लंबा होगा। यह प्रोजेक्ट न सिर्फ काशी के यातायात में नई गति लाएगा, बल्कि शहर के विकास में भी एक ऐतिहासिक मील का पत्थर साबित होगा।