भारतीय सैनिक बॉर्डर पर हमेशा चौकस और सतर्क रहते हैं। सीमा सुरक्षा को लेकर सेना ने सैकड़ों बार घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम किया है, जिससे देश की सीमाओं की सुरक्षा मजबूत बनी हुई है। ताजा घटनाक्रम में जम्मू-कश्मीर के गुरेज सेक्टर के पास नियंत्रण रेखा (LoC) पर पाकिस्तान की तरफ से फिर से घुसपैठ की कोशिश हुई, जिसे भारतीय सेना ने सफलतापूर्वक विफल कर दिया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस बार भी पाकिस्तान की ओर से पहले गोलीबारी की गई, जिससे सीमा पार भारतीय जवान सतर्क हो गए। इसके बाद उन्होंने तेजी से प्रतिक्रिया देते हुए घुसपैठ की कोशिश को रोक दिया। इस मुठभेड़ में सेना ने दो आतंकवादियों को मार गिराया है। अभी भी इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी है ताकि बाकी आतंकियों को खोजकर पकड़ा जा सके और इलाके को पूरी तरह सुरक्षित बनाया जा सके।
यह पहली बार नहीं है जब LoC पर इस तरह की घुसपैठ की कोशिशें हो रही हों। हाल ही में अगस्त महीने में भी ऑपरेशन अखल नामक सैन्य अभियान चला था, जिसमें आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई थी। इस बार भी सेना ने अपनी तत्परता का परिचय देते हुए क्षेत्र को सुरक्षित बनाए रखा है।
गुरेज सेक्टर में हुई इस मुठभेड़ के अलावा, सोमवार को नियंत्रण रेखा के उड़ी सेक्टर में भी घुसपैठियों के प्रयासों को सेना ने नाकाम किया था। इन दोनों इलाकों में लगातार सर्च ऑपरेशन जारी है, जिससे संदिग्ध आतंकवादियों को पकड़ने और भविष्य में संभावित खतरे को रोकने का प्रयास किया जा रहा है।
सेना की इस तत्परता और सतर्कता के चलते भारतीय सीमाएं मजबूत बनी हुई हैं। सैनिक लगातार कड़ी मेहनत और साहस के साथ देश की रक्षा कर रहे हैं, जिससे सीमा पार से आने वाली हर चुनौती का सामना किया जा सके।
इस मुठभेड़ से यह भी स्पष्ट होता है कि भारतीय सेना देश की सीमाओं की सुरक्षा के लिए हर हाल में तैयार है और किसी भी तरह के आतंकवादी हमले को विफल करने के लिए पूरी तरह सशक्त है। ऐसे ऑपरेशन न केवल आतंकवादियों को कमजोर करते हैं बल्कि देशवासियों को भी आत्मविश्वास देते हैं कि हमारी सेना हर स्थिति में हमारे देश की रक्षा के लिए खड़ी है।
अगले कुछ दिनों में भी सुरक्षा बलों की नजरें नियंत्रण रेखा पर बनी रहेंगी और संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जाएगी। देशवासियों को आश्वासन दिया जाता है कि सेना अपनी पूरी ताकत से देश की सीमाओं की सुरक्षा करती रहेगी।