दिल्ली-एनसीआर में जून की तपती दोपहरें अब जानलेवा होती जा रही हैं। गर्मी का आलम यह है कि घरों के सीलिंग फैन भी इस लू के सामने बेअसर साबित हो रहे हैं। राजधानी समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में पारा 45 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है। इसी बीच भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने हीटवेव को लेकर सख्त चेतावनी जारी की है और कई राज्यों में भीषण लू का अलर्ट घोषित किया है।
जहां एक ओर कुछ हिस्सों में तापमान रिकॉर्ड तोड़ रहा है, वहीं दूसरी ओर देश के दक्षिणी और पूर्वोत्तर क्षेत्रों में मॉनसून की दस्तक से राहत की उम्मीद दिखाई देने लगी है।
दिल्ली-एनसीआर में लू से बेहाल लोग
दिल्ली-एनसीआर में पिछले 3 दिनों से लू का कहर जारी है। अधिकतम तापमान 46 डिग्री तक जा पहुंचा है। वातावरण में नमी कम होने के कारण पसीना सूखने में देर नहीं लग रही, जिससे डिहाइड्रेशन और सनबर्न जैसी समस्याएं बढ़ गई हैं। सरकारी अस्पतालों में हीट स्ट्रोक के मरीजों की संख्या में भी इजाफा देखा जा रहा है।
IMD की रिपोर्ट के मुताबिक, अगले 48 घंटों तक राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं है। हालांकि 16 जून के बाद कुछ हिस्सों में आंधी और बूंदाबांदी संभव है।
राजस्थान: जैसलमेर में बारिश से मिली राहत, लेकिन बाकी राज्य लू की चपेट में
राजस्थान के पश्चिमी हिस्सों में हालात और भी विकट हैं। जैसलमेर में हालांकि प्री-मानसून की हल्की बारिश से कुछ राहत जरूर मिली है, लेकिन बीकानेर, चूरू, जोधपुर और बाड़मेर जैसे जिलों में तापमान 47 डिग्री के करीब बना हुआ है। आईएमडी ने पश्चिमी राजस्थान के कई जिलों में अगले दो दिनों तक "रेड अलर्ट" जारी किया है।
पूर्वी राजस्थान में भी लू का प्रभाव बना रहेगा। जयपुर, भरतपुर और कोटा संभाग में भी दोपहर के समय खुले में निकलना खतरनाक साबित हो सकता है।
मध्य प्रदेश: आंधी और बारिश के बीच बिजली संकट
मध्य प्रदेश के गुना जिले में शनिवार को तेज हवाओं और बारिश के कारण बिजली के खंभे और पेड़ गिरने की घटनाएं सामने आईं। इससे कई इलाकों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई और लोगों ने सड़कों पर उतरकर चक्का जाम कर विरोध प्रदर्शन किया।
कुछ मंदिरों की गुम्मतों पर बिजली गिरने से संरचनात्मक नुकसान भी हुआ है। IMD के अनुसार, मध्य प्रदेश में आगामी दिनों में आंधी और गरज के साथ बारिश की संभावना है, लेकिन हीटवेव की स्थिति भी बनी रह सकती है।
उत्तराखंड: पहाड़ों पर राहत भरी बारिश
उत्तराखंड में मौसम ने कुछ हद तक राहत दी है। बीते दो दिनों से पहाड़ी इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश हो रही है, जिससे तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। चमोली, उत्तरकाशी और पिथौरागढ़ में अगले 48 घंटों में और अधिक वर्षा की संभावना है। राज्य में यलो अलर्ट जारी किया गया है।
केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु: मॉनसून सक्रिय
देश के दक्षिणी हिस्सों में मॉनसून की सक्रियता ने लोगों को गर्मी से राहत पहुंचाई है। केरल में नीलगिरी, वलपराई और घाट क्षेत्रों में भारी बारिश रिकॉर्ड की गई है। कर्नाटक के तटीय इलाकों में भी तेज हवाओं और बारिश का दौर बना हुआ है।
तमिलनाडु में भी नीलगिरी और कोयंबटूर के आसपास मध्यम से भारी वर्षा की संभावना जताई गई है। हालांकि चेन्नई में मौसम गर्म और उमस भरा बना रह सकता है।
गुजरात में भी प्री-मानसून की दस्तक
गुजरात के कुछ जिलों में प्री-मानसून एक्टिविटी शुरू हो चुकी है। हालांकि तापमान अब भी 40 डिग्री के आसपास बना हुआ है, लेकिन आने वाले दिनों में बारिश के चलते इसमें गिरावट आने की संभावना है। अहमदाबाद, सूरत और वडोदरा में आंशिक बादल छाए रहने का पूर्वानुमान है।
किन राज्यों में लू का अलर्ट?
IMD ने आज के लिए निम्नलिखित राज्यों में लू और भीषण लू का अलर्ट जारी किया है:
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पश्चिमी राजस्थान: कई जिलों में भीषण लू
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पूर्वी राजस्थान: कुछ स्थानों पर लू
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दिल्ली-एनसीआर: हीटवेव की स्थिति
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हरियाणा और पंजाब: तेज गर्मी और लू
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मध्य प्रदेश: कुछ स्थानों पर हीटवेव
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उत्तर प्रदेश (बुंदेलखंड और पूर्वांचल): गर्म हवाओं का प्रभाव
क्या करें हीटवेव से बचने के लिए?
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दोपहर 12 से 4 बजे तक घर से बाहर ना निकलें।
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हल्के, ढीले और सूती कपड़े पहनें।
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खूब पानी पिएं और डिहाइड्रेशन से बचें।
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बुजुर्गों, बच्चों और बीमार लोगों का विशेष ध्यान रखें।
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छतों, खुले मैदानों और धूप वाले इलाकों में व्यायाम न करें।
निष्कर्ष
देश के कई हिस्से भीषण गर्मी और लू से बेहाल हैं, जबकि दक्षिण और पहाड़ी राज्यों में बारिश ने कुछ राहत दी है। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में उत्तर भारत में आंधी और हल्की बारिश की संभावना है, जो लोगों को थोड़ी राहत दे सकती है। तब तक जरूरी है कि लोग सावधानी बरतें और मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करें।