प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बिहार के सारण जिले के मरहौरा स्थित लोकोमोटिव फैक्ट्री से बने पहले 'मेड इन इंडिया' लोकोमोटिव को गिनी गणराज्य के लिए रवाना कर एक ऐतिहासिक पहल की शुरुआत की। यह भारत में तैयार किया गया पहला लोकोमोटिव है, जिसे निर्यात के लिए अफ्रीकी देश भेजा जा रहा है। यह कदम न केवल भारत की तकनीकी ताकत और औद्योगिक क्षमता को दिखाता है, बल्कि "मेक इन इंडिया" अभियान को अंतरराष्ट्रीय पहचान भी दिलाता है।
मरहौरा फैक्ट्री: PPP मॉडल का चमकता उदाहरण
बिहार के मरहौरा में स्थित यह लोकोमोटिव फैक्ट्री भारत की पहली पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) परियोजना है, जिसे भारतीय रेलवे और अमेरिकी कंपनी वेबटेक (GE Transportation) के बीच मिलकर विकसित किया गया है। इस फैक्ट्री में अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग करके डीजल-इलेक्ट्रिक इंजनों का निर्माण किया जा रहा है।
इस प्रोजेक्ट के तहत कुल 150 लोकोमोटिव गिनी गणराज्य को निर्यात किए जाएंगे। इससे भारत को न केवल विदेशी मुद्रा की प्राप्ति होगी, बल्कि वैश्विक बाजारों में 'मेड इन इंडिया' उत्पादों की विश्वसनीयता भी बढ़ेगी।
पीएम मोदी का संदेश: भारत बने मैन्युफैक्चरिंग हब
लोकोमोटिव को रवाना करते समय पीएम मोदी ने कहा कि, "यह सिर्फ एक इंजन की डिलीवरी नहीं है, बल्कि भारत के संकल्प, आत्मनिर्भरता और वैश्विक औद्योगिक शक्ति बनने के सफर का प्रतीक है। मरहौरा की भूमि अब केवल बिहार की नहीं, बल्कि ग्लोबल इंडस्ट्रियल मैप का हिस्सा बन चुकी है।"
उन्होंने आगे कहा कि यह फैक्ट्री युवाओं के लिए रोजगार और कौशल विकास के नए अवसर भी पैदा करेगी।
ओडिशा में विकास की नई रफ्तार
लोकोमोटिव की हरी झंडी दिखाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ओडिशा का दौरा करेंगे, जहां वे करोड़ों रुपये की लागत से बनने वाले विकास कार्यों का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे। इस दौरे में हेल्थ, रोड नेटवर्क, वॉटर सप्लाई, इरिगेशन सिस्टम, ब्रिज कनेक्टिविटी, रेलवे लाइन विस्तार और स्मार्ट लाइटिंग जैसे कई प्रमुख प्रोजेक्ट शामिल हैं।
100 इलेक्ट्रिक बसों की सौगात
पीएम मोदी ओडिशा में 100 इलेक्ट्रिक बसों की शुरुआत भी करेंगे, जिससे राज्य के शहरी क्षेत्रों में पब्लिक ट्रांसपोर्ट का कायाकल्प होगा। यह पहल पर्यावरण संरक्षण के लिहाज से भी महत्वपूर्ण है।
विजन डॉक्यूमेंट की लॉन्चिंग
इस अवसर पर पीएम मोदी ओडिशा के लिए एक विशेष 'विजन डॉक्यूमेंट' भी लॉन्च करेंगे, जिसमें अगले 10 वर्षों के सामाजिक-आर्थिक विकास के लक्ष्य और रणनीतियां बताई जाएंगी। यह डॉक्यूमेंट शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, इंफ्रास्ट्रक्चर और डिजिटल विकास के लिए एक रोडमैप की तरह होगा।
योग के ज़रिए विशाखापत्तनम में नया कीर्तिमान
21 जून को 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री विशाखापत्तनम के बीचफ्रंट पर कॉमन योगा प्रोटोकॉल (CYP) के तहत योग करेंगे। इस कार्यक्रम में हजारों लोग हिस्सा लेंगे, जिसमें फैमिली योग सेशन, युवा प्रतियोगिताएं, और समूह योगाभ्यास शामिल होंगे।
पीएम मोदी ने कहा कि, "योग भारत की धरोहर है और दुनिया को शांति, सामंजस्य और ऊर्जा देता है। विशाखापत्तनम का यह आयोजन भारत की संस्कृति और स्वास्थ्य परंपरा को ग्लोबल मंच पर और सशक्त बनाएगा।"
निष्कर्ष: एक भारत, वैश्विक दृष्टिकोण
बिहार के मरहौरा से लेकर ओडिशा और आंध्र प्रदेश तक प्रधानमंत्री मोदी की गतिविधियां यह स्पष्ट करती हैं कि भारत अब केवल उपभोक्ता नहीं, बल्कि उत्पादक और निर्यातक राष्ट्र बनने की ओर तेजी से अग्रसर है। चाहे वो गिनी को एक्सपोर्ट किया गया लोकोमोटिव हो, ओडिशा के विकास प्रोजेक्ट हों या योग के माध्यम से विश्व से जुड़ाव, यह सब भारत के सशक्तिकरण की मिसाल है।
"मेक इन इंडिया से लेकर एक्ट ईस्ट तक, हर कदम पर भारत अब नेतृत्व कर रहा है – तकनीक में, सोच में और सेवा में।"